उलेमा बोर्ड के नाम पर अवैध वसूली करने वाले पदाधिकारी होंगे निष्काषित
नई दिल्ली । ऑल इंडिया उलमा बोर्ड (रजि.) के राष्ट्रीय महासचिव ( संगठन ) की प्रेस नोट जारी करते हुए कहा है कि पूरे भारत में ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड (रजि.) का कोई भी पदाधिकारी अन्य किसी भी नवनियुक्त पदाधिकारी से किसी भी तरह का कोई फण्ड व किसी भी तरह की कोई फीस नही ले सकता क्योंकि ऑल इंडिया उलमा बोर्ड किसी भी शख्स के नॉमिनेशन करने की न तो कोई फीस लेता है और न ही नॉमिनेशन के बाद किसी भी तरह का कोई फण्ड लेता है।ऑल इंडिया उलमा बोर्ड के पूरे भारत के सभी पदाधिकारी अपनी निजी कमाई से समाज सेवा करते हैं और अपनी हैसियत के मुताबिक जिससे जो बन पड़ता है पूरी इंसानियत के लिए हर तरह से मुमकिन मदद करते हैं। कोई अन्य शख़्स ऑल इंडिया उलमा बोर्ड के नाम से कोई अन्य आर्गेनाइजेशन बना कर किसी फ़र्ज़ी तरीके से ऑल इंडिया उलमा बोर्ड (रजि.) के नाम पर किसी भी तरह का फण्ड मांगता है तो ऐसे लोगों से सतर्क रहने की ज़रूरत है।इसके अलावा यदि बोर्ड का अन्य पदाधिकरी भी किसी तरह की कोई रसीद छपवाकर अगर किसी से कोई फण्ड मांगता है तो इसकी सूचना इन मोबाइल नंबर्स व ईमेल पर देने का कष्ट करें।helpdesk.allindiaulamaboard.org 9073006721,7011124263,9422290252 जिस पर तुरंत संघटनात्मक तथा कानूनी कार्यवाही की जाएगी। यह फैसला उलमा बोर्ड ने इसलिये लिया क्योंकि अभी पिछले दिनों ऑल इंडिया उलमा बोर्ड के नाम पर युवा प्रकोष्ठ के निष्कासित पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सैय्यद तारिक़ अनवर ने ग़लत तरीके से उलमा बोर्ड के पदाधिकारियों से फण्ड मांगा। आप सभी को यह जानकारी देना उचित समझता हूँ कि ऑल इंडिया उलमा बोर्ड का funding & Finance Department अलग है जिसके चीफ वारिस अली साहब हैं जो ऑल इंडिया उलमा बोर्ड के राष्ट्रीय महासचिव फाइनेंस हैं।