नई दिल्ली। आल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के अध्यक्ष एस एम आसिफ ने यहां जारी बयान में कहा है बिहार में चुनाव से पहले राज्य व केन्द्र सरकार जनता की तीन बड़ी आपदा के समाधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के साथ बिहार बाढ़ की विभीषिका का शिकार है ऊपर शहरों व कस्बों से बिहार लौटे लाखों बेरोज़गार मजदूर परिवार भुखमरी के हालात में पहुंच गए हैं। अफसोस और चिंता का विषय यह है कि राज्य सरकार ने मोदी सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों को जारी राहत पैकेज को राज्य में लागू नहीं किया। इसके चलते स्तिथि भयावह बन गयी है। बाढ़ के हालत ने बिहार को असहाय बना दिया है। कोरोना की आमद के बाद बेरोजगार हुए परिवारों के सामने रोटी का संकट खड़ा है। जनाब एस एम आसिफ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनुरोध किया है कि बिहार में कोरोना, बेरोज़गारी और बाढ़ से हुए नुकसान के लिए बिहार को तुरंत एक संयुक्त आर्थिक पैकेज जारी करें ताकि जान जीवन को बचाया जा सके। बिहार में होने वाले चुनाव के लिए भी यह नितांत आवश्यक है।
माइनॉरिटी फ्रंट के अध्यक्ष एस एम आसिफ ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरिध किया है कि केंद्र द्वारा प्रवासी मजदूरों को जारी पैकेज को आम बिहारवासियों तक ईमानदारी से पहुंचाए ताकि राज धर्म का पूरी तरह पालन हो सके। उन्होंने कहा केंद्र सरकार न केवल आर्थिक पैकेज जारी करे बल्कि उसके अमल पर उच्च स्तरीय निगरानी सुनिश्चित करे।
माइनॉरिटी फ्रंट के अध्यक्ष एस एम आसिफ ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरिध किया है कि केंद्र द्वारा प्रवासी मजदूरों को जारी पैकेज को आम बिहारवासियों तक ईमानदारी से पहुंचाए ताकि राज धर्म का पूरी तरह पालन हो सके। उन्होंने कहा केंद्र सरकार न केवल आर्थिक पैकेज जारी करे बल्कि उसके अमल पर उच्च स्तरीय निगरानी सुनिश्चित करे।