जली हुई हालत में तीनो के कमरे में मिले शव
आगरा। थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के नगला किशनलाल में एक ही घर में बेटे मां और पिता की हत्या से सनसनी फैल गई। मौके पर क्षेत्रीय लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस और प्रशासन के आलाअधिकारी मौके पर पहुच गए। मृतक और उसका बेटा घर में ही परचून की दुकान चलता था। घटना को रात के समय अंजाम दिया गया है। तीनो के शव घर के कमरे में जली अवस्था मे पड़े हुए थे। सुबह के समय भी कमरे में आग लगी थी जबकि सिलेंडर जमीन पर पड़ा हुआ था। मृतकों के हाथ पैर और मुँह पर सफेद टेप बंधा हुआ था। मृतक सात भाईयो में दूसरे नंबर का था। कुछ भाईयो के मृतक के घर के सामने ही मकान बने हुए है जहाँ वो अपने परिवार के साथ रहते है। घटना की जानकारी मिलते है फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुच गई।
घटनाक्रम के अनुसार रामवीर सिंह 55 पुत्र हरी सिंह निवासी नगला किशन लाल अपनी पत्नी 50 वर्षीय हीरा देवी और 24 वर्षीय बेटे बबलू के साथ रहता था। घर मे ही उनकी परचून की दुकान है जिसको बाप बेटे संभालते थे। सोमवार सुबह करीब 6 बजे एक ग्राहक उनके दरवाजे पर आया और उसने सामान लेने के लिए बबलू को आवाज दी लेकिन काफी देर तक अंदर से कोई आवाज नही आई। जिसके बाद उस ग्राहक से रामवीर के घर के सामने रहने वाले उनके भाई भूरी सिंह को बताया। भूरी सिंह जब घर के अंदर गए तो उनके पैरों तले जमीन धसक गई। वो भागकर घर से बाहर आये और उन्होंने अन्य परिवारीजनों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद मौके पर क्षेत्रीय लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। घटना की जानकारी पुलिस कंट्रोल नंबर पर दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुच गई। वही ट्रिपल मर्डर की जानकारी होते ही इंस्पेक्टर एत्माउद्दौला उदयवीर सिंह मालिक फ़ोर्स के साथ मौके पर पहुचे और अधिकारियो को घटना से अवगत कराया। वही आस पड़ोस के लोगो की माने तो बबलू की दुकान रात करीब 10.30 बजे बंद हुई थी। रोजाना सुबह साढ़े पांच बजे वो दुकान खोल लेते थे लेकिन सोमवार को दुकान नही खुली तो भूरी सिंह के घर मे जाने पर घटना की जानकारी हुई। रामवीर उसकी पत्नी और बेटे को ज्वलनशील पदार्थ शरीर पर डालकर जलाकर मार दिया गया। घटना से पूर्व उनके हाथ पैर और मुँह को सफ़ेद टेप से बांध दिया गया है। वही परिवारीजनो की माने तो घर मे वारदात को अंजाम देने के साथ ही लूटपाट भी की गईं है। कमरे में रखा बक्सा खुला हुआ था और उसमें से सामान भी गायब था। सूत्रों की माने तो जिस कमरे मे तीनो के शव मिले थे उस कमरे में जब उनके परिवारीजन पहुचे तब भी आग लग रही थी जिसको उन्होंने बुझाया और उसके बाद शवो को बाहर निकाला जबकि सिलेंडर भी जमीन पर पड़ा हुआ था यदि आग सिलेंडर में लग जाती और वो फट जाता तो हादसा और भी विकराल हो जाता इसके साथ ही आस पास के घर भी उसकी चपेट में आ सकते थे। वही जब मामले की जानकारी मिली तो एडीजी अजय आनंद आईजी जोन ए सतीश गणेश डीएम प्रभु एन सिंह एसएसपी बबलू कुमार एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे सीओ विकास जयसवाल मौके पर पहुचे। वहीं सूचना पर डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई और सुराग पता लगाया जा रहा है पुलिस ने शवो को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है वही पत्रकारों से बात करते हुए एडीजी अजय आनंद ने बताया कि घटना की पुलिस जांच कर रही है जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
बेटे की नौकरी के लिए बेच दिया प्लाट
परिवारी जनों की माने तो रामवीर सिंह के बेटे बबलू की रेलवे में नौकरी लग गई थी वह कलकत्ता में करीब दो माह नौकरी भी करके आया था लेकिन उसके बाद उसकी तबियत खराब हो गई और वो वापस घर आ गया था। उन्होंने बताया कि नौकरी लगवाने में रामवीर का करीब 12 लाख रुपये भी खर्च हुआ था जिसके लिए उसने अपना प्लाट भी बेच दिया था जिससे उसको करीब 3 लाख रुपये भी मिले थे लेकिन रुपये कम पड़ने पर उसने अपनी बहन शीला से 50 हजार रुपये और दूसरी बहन रानिया से 30 हजार रुपये उधार लिए थे।
आमने सामने ही रहते है सभी भाई
मृतक रामवीर सिंह चौड़े बम्बा बलदेव मथुरा के मूलनिवासी थे। वो 30 साल पहले नगला किशनलाल में अपने परिवार के साथ रहने आ गए थे। रामवीर सात भाईयो में दूसरे नंबर के थे उनके बड़े भाई रामखिलाड़ी की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। उनका एक भाई चंद्रभान बड़ोदरा गुजरात मे रहता है जबकि और भाईयो के घर के आस पास ही मकान बने हुए है जहाँ वो अपने परिवार के साथ रहते है।
किसी जानकार का हो सकता है वारदात में हाथ
वारदात को जिस प्रकार अंजाम दिया गया है उसको देखकर प्रतीत होता है कि किसी परिचित ने ही वारदात को अंजाम दिया है। वही सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस भी इसी क्रम में जांच कर रही और किसी परिचित के वारदात को अंजाम देने की आशंका जाहिर कर रही है।
मौके पर पहुँची दो गाड़ियां पीएसी की
ट्रिपल मर्डर केस ने यमुनापार इलाके के लोगो को हिलाकर रख दिया। वही घटनास्थल पर भी आस पास के लोगो की सैकड़ो की भीड़ एकत्रित हो गई थी हर की घटना से स्तब्ध था। वही स्थिति को देखते हुए कोई अनहोनी ना हो जिसके चलते दो गाड़ियां में पीएसी जवानों को भी बुला लिया गया है।