*सूचना पर स्कूल पहुंचे आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष फैसल लाला धरने पर बैठे।*
*ज़िलाधिकारी और शिक्षा विभाग के हस्तक्षेप के बाद प्रिंसीपल ने मांगी माफ़ी साथ ही नाम नही काटने का दिया आश्वासन।*
रामपुर, *नो स्कूल नो फीस* अभियान की अगुवाई कर रहे आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष *फैसल खान लाला* को किला परिसर *स्थित खुर्शीद इन्टर कॉलेज* की कुछ छात्राओं और उनके अभिभावकों ने फोन कर के बच्चों का नाम काटने की शिकायत की जिस पर फैसल लाला ने मौके पर पहुंच कर प्रिंसिपल से नाम काटने की वजह मालूम की तो प्रिंसिपल ने भद्दे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की यहां की लड़कियां अपने बॉयफ्रेंड के साथ मोटर साइकिल पर भाग जाती है और स्कूल कैंपस की दीवारों पर गालियां लिखती है।
इस पर फैसल लाला ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि हम यहां आपसे बच्चो का नाम काटने और फीस जमा ना करने की वजह जानना चाहते है , जबकि आप बच्चो पर ऐसे घटिया आरोप लगा रही है जिस के लिए आपको ना सिर्फ माफी मांगनी चाहिए बल्कि नैतिकता के आधार पर अपनी कुर्सी से इस्तीफा दे देना चाहिए, आपने शिक्षा के मंदिर में बैठकर प्रिंसिपल की कुर्सी की गरिमा गिराई है और समाज को गलत संदेश देने की कोशिश की है।
फैसल लाला ने प्रिंसिपल से कहा कि यदि आपने छात्रों के ऊपर की गई अपनी भद्दी टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगी और फीस के अभाव में किसी भी बच्चे का नाम काटा तो हम तत्काल प्रभाव से ना सिर्फ आंदोलन करेगे बल्कि अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला जी से मिल कर मामले की शिकायत दर्ज कराएंगे ।
इसके बाद तुरंत फैसला लाला ने मामले की शिकायत फोन से ज़िलाधिकारी महोदय सहित इंस्पेक्टर आफ स्कूल से की जिस पर संज्ञान लेते हुए तुरंत शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे , फैसल लाला ने पूरी बात अधिकारियों को बताई और कहा कि हम किसी भी छात्रा का नाम स्कूल से नहीं काटने देंगे साथ ही प्रिंसिपल साहिबा को अपने गलत आचरण और छात्राओं पर की गई भद्दी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी होगी , जिस पर अधिकारियों ने ना सिर्फ यह आश्वासन दिया कि किसी भी बच्चे का नाम नहीं काटा जाएगा साथ ही प्रिंसिपल से माफी मंगवाई तब जाकर मामला शांत हुआ।
छात्रों ने ख़ुशी का इज़हार करते हुए फैसल लाला का शुक्रिया अदा किया साथ ही फैसल लाला ने भी ज़िलाधिकारी सहित शिक्षा विभाग के अफसरों को धन्यवाद दिया।