कांग्रेस के कमज़ोर होते ही कश्मीर के अलावा मुसलमानों का मुख्यमंत्री बनना बन्द हो गया , हाजी तौफ़ीक़ कुरैशी
कांग्रेस राजस्थान तक में जहां मुसलमानों की आबादी सिर्फ़ 8 प्रतिशत है, में मुख्यमंत्री बनाती थी।
70 और 80 के दशक में कांग्रेस ने महाराष्ट्र, आसाम, बिहार और पॉन्डिचेरी में मुस्लिम मुख्यमंत्री दिए थे
वाराणसी, ऐतिहासिक नगरी बनारस के सरैयां स्थित कांग्रेस पार्टी कैंप कार्यालय में उ0 प्र0 अल्पसंख्यक कांग्रेस के आव्हान जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के अगुआई में राजस्थान के पूर्व मुख्य मंत्री स्व0 बरकतुल्लाह खान साहब की पुण्य तिथि पर खिराजे अकीदत ज़िला चेयरमैन हाजी तौफीक कुरैशी के नेतृत्व में पेश किया पेश किया गया। इस मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओ ने पूर्व मुख्य मंत्री बरकतुल्लाह खान जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर श्रृद्धांजली पेश की । अपने सम्बोधन में हाजी तौफीक कुरैशी ने बरकतुल्ला खान की व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला, कुरैशी ने कहा कि बरकतुल्ला खान 1971 से 1973 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे। मुख्यमंत्री रहते ही उनका निधन हो गया था। राजस्थान में मुस्लिम आबादी अभी 9 प्रतिशत है तो उस वक़्त 7 प्रतिशत रही होगी। कुरैशी ने कहा कि 70 और 80 के दशक में कांग्रेस ने महाराष्ट्र, आसाम, बिहार और पॉन्डिचेरी में मुस्लिम मुख्यमंत्री दिए थे। यह सिर्फ़ संयोग नहीं है कि भाजपा ने इसी दौर में कांग्रेस के ख़िलाफ़ साम्प्रदायिक अभियान चलाना शुरू किया। जेपी आंदोलन शुरू तो गुजरात में होस्टल के खाने के फ़ीस की वृद्धि के ख़िलाफ़ शुरू हुआ लेकिन संघ परिवार और कथित समाजवादियों के नेतृत्व में उसका केंद्र बिहार बना क्योंकि वहां के कांग्रेसी मुख्यमंत्री अब्दुल गफ़ूर थे। कांग्रेस के कमज़ोर होते ही कश्मीर के अलावा मुसलमानों का मुख्यमंत्री बनना बन्द हो गया। हाजी तौफ़ीक़ ने कहा कि मुस्लिम समाज को इस पर सोचना होगा कि आख़िर सपा, बसपा ने मुसलमानों से वोट ले कर भी कभी किसी मुसलमान को उपमुख्यमंत्री तक क्यों नहीं बनाया जबकि कांग्रेस राजस्थान तक में जहां मुसलमानों की आबादी सिर्फ़ 8 प्रतिशत है, में मुख्यमंत्री बनाती थी। मुसलमानों से कांग्रेस के दूर होते ही मुसलमानों का सियासी वजूद कम हो गया। सपा, बसपा ने मुसलमानों को सिर्फ़ वोट बैंक समझा जबकि कांग्रेस ने मुसलमानों को साझीदार समझा।
वहीं पूर्व उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के हाजी ओकास अंसारी जी ने कहा की बरकतुल्लाह खान साहब कांग्रेस नेता फिरोज गांधी जी के दोस्त थे दोनों लोगो ने साथ में पढ़ाई भी की उनके पिता काजी थे आप बैरिस्टर थे । वो राजस्थान के सुखाड़िया जी के सरकार में कैबिनेट मंत्री थे । जब 1971 करोड़ो के तादाद में पाकिस्तान से शरणार्थी भारत में घुस आये थे और दोनों देश के बीच तनाव था भारत के सैन्य हमले से पहले एक प्रतिनिधि मंडल लन्दन गया उसमे राजस्थान के कैबिनेट मंत्री बरकतुल्लाह खान साहब भी गए थे लोग इनको प्यार से प्यारे मियाँ बुलाते थे । उसी दौरान दिल्ली से श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने फोन कर के बरकतुल्लाह खान को बुलाया कहा कि प्यारे मिया आप भारत वापस आ जाओ आप को राजस्थान का मुख्य मंत्री बनाया गया है । इन्होने राजस्थान के छठे मुख्य मंत्री में रूप में शपथ ली और राजस्थान के विकास के लिए और किसानो के लिए बहुत काम किया । प्रोग्राम का संचालन महानगर चेयरमैन अफसर खान ने किया धन्यवाद ज़िला चेयरमैन हाजी तौफीक क़ुरैसी ने दिया।
प्रोग्राम में मुख्य रूप से वरिष्ठ नेता सोहै अंसारी, इक़बाल सरदार, इम्तियाज़, गुड्डू , अंसार अहमद, साज़िद खान, हामिद अंसारी, मुबारक अली, लालू, बिलाल , नसीम अहमद, शमशुल हुदा आदि शामिल हुए,