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सर सैय्यद डे -सहावर में पहली बार धूमधाम से मनाया गया।

सर सैय्यद अहमद खान की एएमयू यूनिवर्सिटी आज देश के लोगों को इल्म से रोशन किए हुए है-डॉ मशरूक उल्लाह शेरवानी

( नूरुल इस्लाम)
सहावर- जिला कासगंज के कस्बा सहावर में सर सैय्यद अहमद खान का 202 वां और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का 100वां स्थापना दिवस पुरानी ईदगाह रोड पर स्थित चौधरी गार्डन में चौधरी ब्रदर्स की जानिब से काफी धूमधाम से मनाया गया, प्रोग्राम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर इम्तियाज अली खान उर्फ फायक मियां थे ,प्रोग्राम की अध्यक्षता अब्दुल अहद खान उर्फ अनवर मियां ने की, और संचालन हारून फय्याज ने किया,
प्रोफेसर इम्तियाज अली खान ने कहा कि सर सैय्यद अहमद खान ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की बुनियाद रखी जिसमें देश वासियों ने तालीम हासिल की और आज पूरी दुनिया में लोग इल्म हासिल कर रहे हैं आज के दिन अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से ताल्लुक रखने वाला हर शख्स दुनिया में किसी भी जगह पर हो इस दिन को बड़े ही अकीदत और जोश खरोश के साथ जश्न मनाते हैं।डॉ मशरूक अल्ल्लाह शेरवानी ने कहा कि सर सैय्यद अहमद खान ने तहजीब और अखलाक हमें सिखाया है तालीम के मैदान में बहन बेटियों को सपोर्ट किया जाए और उनकी हौसला अफजाई की जाए यह नामुमकिन नहीं है कि अच्छी तालीम पाकर हर घर में बेटियां भी अफसर ,डॉक्टर होंगी।
नगर पंचायत चैयरमेन जाहिदा सुल्तान ने कहा तालीम के लिए सर सैय्यद अहमद खान का अहम रोल था खास तौर पर लड़कियों को तालीम दिलाने के लिए ज्यादा जोर दिया गया आज के दिन दुनिया भर में हमारा तराना एएमयू की मोहब्बत ‘ऐ मेरा चमन, मैं अपने चमन की बुलबुल हूं ‘की गूंज से महक रहा होगा।
मोहम्मद कमर आलम ने कहा कि कस्बे में भी काफी प्रोग्राम हुऐ हैं मगर आज पहली बार सहावर में सर सैय्यद डे मनाया जा रहा है बहुत खुशी की बात है पहले आईएएस कलेक्टर बनाने के लिए बनने के लिए लंदन में पढ़ाई के लिए जाना होता था सर सैय्यद अहमद खान नंदन गए और वहां से आकर हिंदुस्तान में आईएएस की तालीम की शुरुआत की आज बड़ी तादाद में हिंदुस्तानी आईएएस बनते हैं।
एएमयू छात्र फर्रुख लोधी ने अपने खिताब में सर सैय्यद अहमद खान के जीवन पर रोशनी डालते हुए कहा कि सर सैय्यद डे यानी 17 अक्टूबर की तारीख में एक अहम दिन है इस दिन का इंतजार हर अलीग को होता है सर सैय्यद अहमद खान ने हिंदुस्तान के लोगों को जदीद और साइंस की तालीम को फरोग देने के लिए बड़ा काम किया है। तालिबा ख़ुजेमा सादिक ने सर सैय्यद अहमद खान और एएमयू 100 साल पूरे होने व तालीम के बारे में लोगों को बताया।
प्रोग्राम की अध्यक्षता करते हुए अब्दुल अहद खान ने कहा कि सर सैय्यद अहमद खान ने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अपनी हस्ती को फना कर दिया लेकिन बहुत खुशी की बात यह है कि उनकी मेहनत रंग लाई है
इस मौके पर डॉ दिलशाद हाशमी, अहमद समी, रऊफ मियां, जमील अहमद एडवोकेट, मोहम्मद इसराइल कुरैशी एडवोकेट, , मोहम्मद नबी कुरैशी एडवोकेट ,अदनान मियां,हनीफ अहमद खान, सादिक अली एडवोकेट, मुजीब अहमद खां, हाजी अब्दुल कादिर, अब्दुल हन्नान, हिदायत अली खान,मुईन मुस्तफा,शारिक नसीम,इनायत अली खान,मलिक मुर्तजा, आकिब उल्लाह,अरफ़ात आरिफ,मुनीबुर्रहमान व छात्र, पूर्व छात्र एएमयू और तमाम चौधरी ब्रदर्स के सदस्य मौजूद रहे, प्रोग्राम का संचालन हारून फय्याज ने किया,