मिशन शक्ति कार्यक्रम के तीसरे दिन “नारी सशक्तिकरण: मनोवैज्ञानिक मुद्दे एवं सामाजिक समस्याएं” विषयक वेबिनार में छत्राओं की मनोवैज्ञानिक स्थिति पर चर्चा”नारी सशक्तिकरण के लिए महिलाओं को भौतिक, आर्थिक, राजनीतिक, मनोवैज्ञानिक, बौद्धिक, भावुक व कानूनी रूप से सशक्त होना आवश्यक है और इसके लिए महिलाओं को तनाव से मुक्त रहना होगा।” उक्त विचार हैं मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के चिकित्सा अधिकारी डॉ दिनेश राठौर के। डॉ दिनेश राठौर आगरा कॉलेज के एनसीसी द्वारा “मिशन शक्ति” कार्यक्रम के अंतर्गत तीसरे दिन गूगल मीट पर आयोजित “नारी सशक्तिकरण: मनोवैज्ञानिक मुद्दे एवं सामाजिक समस्याएं” विषयक वेबिनार में छात्राओं को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि प्रकृति ने पुरुष व महिलाओं को अलग-अलग क्षमताएं दी हैं। महिलाओं पर परिवार और बच्चों की देखभाल करने का अतिरिक्त भार होता है और उन्हें इन सभी भूमिकाओं में अपने आप को फिट रखने की चुनौती होती है। इस कार्य को करते-करते उनमें तनाव आ जाता है। अतः अपनी क्षमताओं को पूर्ण रूप से प्रयोग करने हेतु उन्हें तनाव मुक्त रहना आवश्यक है। इसके लिए उन्हें बीच-बीच में अपने लिए समय अवश्य निकालना चाहिए। नियमित व्यायाम से शरीर में विभिन्न प्रकार के हार्मोन का स्राव होता है, जो मस्तिष्क को प्रसन्नता देता है। उन्हें उचित आहार व नींद लेना चाहिए। अच्छे कपड़े पहनना चाहिए, मेडिटेशन करना चाहिए, इससे तनाव से मुक्ति मिलती है।
अतिथियों का स्वागत फ्लाइट लेफ्टिनेंट विजय कुमार सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन एनसीसी आर्मी विंग के लेफ्टिनेंट अमित अग्रवाल ने दिया।
कार्यक्रम की भूमिका सार्जेंट तनिष्का माथुर ने रखी। संचालन फ्लाइट कैडेट स्रृष्टि सेमवाल एवं कैडेट मेहविश ने संयुक्त रुप से किया।
इस अवसर पर डॉ दिनेश राठौर ने वेबिनार में उपस्थित छात्राओं के विभिन्न प्रश्नों का विस्तार से जवाब देकर उन्हें संतुष्ट किया।
इस अवसर पर डॉ रचना सिंह, डॉ अनुराधा नेगी, एनएसएस के डा विक्रम सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
ज्ञातव्य है उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत आगरा कालेज के एनसीसी एयर विंग एवं आर्मी विंग के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है।