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सरहिंद पंजाब यात्रा ने फतेहगढ़ साहिब में टेका मत्था.

आगरा।( डीवीएनए)अभियान के अध्य्क्ष व यात्रा के संयोजक रवि दुबे ने कहा कि 4 दिवसीय ‘सरहिन्द पंजाब यात्रा’ हिन्दु धर्मरक्षक गुरू गोविन्द सिंह जी और उनके चार वीर पुत्रों बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझारू सिंह, बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेहसिंह के महा बलिदान को शहीदी दिवस पर 28 दिसम्बर को फतेहगढ़ सहिब के कीर्तन दरबार में मत्था टेक कर सरकार से मांग की।
गुरू गोविन्द सिंह जी के शहीद पुत्रों की स्मृति में शहीदी दिवस को 27 दिसम्बर को ‘साहिबज़ादा दिवस’ के रूप मनाने व  शैक्षिक पाठ्यक्रमो में सिक्ख गुरुओं के इतिहास को हिस्सा मनाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आभार व्यक्त करते हुए सभी राज्यो के मुख्यमंत्री सहित भारत सरकार से यह विनती की।।
कि फतेहगढ़ साहिब से लेकर पटना साहिब तक एनएच-2 का नाम ‘माता गुजर कौरब राजमार्ग’ किया जाए. गुरू गोविन्द सिंह जी व उनके परिवार त्याग, बलिदान सहित सम्पूर्ण चरित्र 10 से 12वीं कक्षा तक के सभी पाठ्यक्रमों व सभी बोर्ड में शमिल किया जाए. चमकौर तथा फतेहगढ़ साहिब में ‘सरहिन्द पंजाब’अन्तराष्ट्रीय स्तर का स्मारक गुरू गोविन्द सिंह जी के चारो पुत्रों की स्मृति में बनाया जाये.
भविष्य में कोई भी नया उपग्रह, लड़ाकू विमान, अथवा नए वैज्ञानिक अविष्कार का नामकरण गुरू गोविन्द सिंह के चारों शहीद पुत्र बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझारू सिंह, बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेहसिंह के नाम पर हो.
गुरू तेज बहादुर सिंह जी  के 400वें  प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में दिल्ली मेट्रो  ‘राजीव चौक’  स्टेशन का नाम बदलकर ‘गुरूतेग बहादुर चौक’ किया जाये.
देर रात फ़तेहगढ़ साहिब पहुँचे अभियान फॉउंडशन के यात्री दल के सह संयोजक सन्क्रेश शर्मा ने कहा कि आज़ का दिन मातृभूमि ,देश, धर्म के प्रति अपनी शहादत देने वाले गुरुपुत्रों एवं माता के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का ऐतिहासिक दिन है.
यात्री दल ने फतेहगढ़ साहिब से चमकौर पहुंच कर वहां की पावन धरती को चूमकर व शीश नमन कर विश्व शांति की तरक्की व खुशहाली की प्रार्थना के साथ प्रस्थान हेतु दिल्ली वापसी.
यात्री दल आज़ सुबह दिल्ली से आगरा वापसी करेगा. मथुरा, रुनकता, सिकन्दरा, गुरु का ताल पर भव्य स्वागत भी किया जाएगा.
अभियान फ़ाउंडेशन के अध्यक्ष रवि दुबे यात्रा संयोजक संकरेश शर्मा सह संयोजक भूपेन्द्र ठाकुर जी यात्रा प्रभारी बँटी ग्रोवर, मास्टर गुरनाम सिंह गुरुद्वारा गुरु का ताल, चंद्रकांत , प्रशांत दुबे,सुमित सिंह,सौरव दुबे,अमित गुप्त,अनिल अग्रवाल(नगर सेठ) मोना गुप्ता,रिक्की शर्मा, कैरी सिंह, अवनीश सिंह,गोपाल शर्मा, संदीप राजपूत,योगेश प्रजापति आदि के सहयोग व संयोजन ने अभियान को सफलता तक पहुँचाया।
संवाद:- दानिश उमरी