नई दिल्ली ,जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जामिइ) ने आज विश्वविद्यालय परिसर में स्थित मकबरे में प्रार्थना सभा का आयोजन करके भारत रत्न से सम्मानित, देश के तीसरे राष्ट्रपति और जामिइ के तीसरे कुलपति डॉ. जाकिर हुसैन की 124वीं जयंती मनाई। विश्वविद्यालय के अधिकारियों और डॉ जाकिर हुसैन के परिवार के सदस्यों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
जामिइ के डॉ. जाकिर हुसैन केंद्रीय पुस्तकालय द्वारा ‘लाइफ एंड वर्क्स ऑफ डॉ. जाकिर हुसैन’ विषय पर एक प्रदर्शनी का आयोजन प्रेमचंद अभिलेखागार और साहित्यिक केंद्र के सहयोग से किया गया। प्रदर्शनी 15 फरवरी, 2021 तक जारी रहेगी।
प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रोफेसर इब्राहीम, डीन, इंजीनियरिंग एवं प्रद्योगिकी संकाय ने प्रोफेसर महताब आलम, डीन स्टूडेंट वेलफेयर (डीएसडब्ल्यू), डॉ. तारिक अशरफ, विश्वविद्यालय पुस्तकालयाध्यक्ष, प्रो. सबिहा जैदी, निदेशक-जामिया प्रेमचंद अभिलेखागार एवं साहित्यिक केंद्र तथा अन्य अतिथियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में किया।
डॉ. जाकिर हुसैन के जीवन के विभिन्न पक्षों को दर्शाती हुई महत्वपूर्ण तस्वीरों के माध्यम से एक शिक्षाविद एवं सामाजिक वैज्ञानिक के रूप में, जामिइ तथा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के कुलपति के रूप में उनके योगदान को प्रदर्शित किया गया है। उनके पीएचडी शोध, उनके भाषण, पत्र आदि सहित उनके साहित्यिक योगदान को दर्शाती हुई पुस्तकें भी प्रदर्शित की गई हैं।
जामिइ की कुलपति ने डॉ. जाकिर हुसैन की जयंती पर जामिया बिरादरी को भेजे गए अपने संदेश में कहा कि “उनकी महान सेवाएं और इस विश्वविद्यालय के लिए महान योगदान अपरिहार्य है। एक सर्वोत्कृष्ट शिक्षाविद् के रूप में उन्होंने अपनी दुर्लभ दृष्टि, उल्लेखनीय दृढ़ विश्वास के कारण विश्वविद्यालय, समुदाय और राष्ट्र के कल्याण में गहन रुचि के आधार पर जामिया के कद को बढ़ाया।
प्रो. अख्तर ने कहा कि उनकी 124 वीं जयंती के अवसर पर उन्हें सम्मान के साथ याद करना हमारा परम कर्तव्य है और हम उनके प्रति अपना हार्दिक सम्मान प्रकट करते हैं।