आगरा। जनपद के सभी शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों में मंगलवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस का आयोजन किया गया। इसमें उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान की गई और गर्भवती का अल्ट्रासाउंड सहित, यूरिन, हीमोग्लोविन, शुगर, सिफलिस , वजन, ब्लड प्रेशर, ब्लड ग्रुप और एचआईवी और कोविड -19 की जाँच की गई।
एसीएमओ आरसीएच डॉ. यूके त्रिपाठी ने बताया कि मंगलवार को जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया गया। इसमें गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। फतेहाबाद सीएचसी के अधीक्षक डॉ. एके सिंह ने बताया कि सामुदायिक केंद्र पर 100 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई।
उन्हें कोविड-19 से बचाव के टिप्स भी दिए गए। जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता संगीता भारती और एचबीएनसी को-ऑर्डिनेटर शिवदत्त ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व हीमोग्लोबिन, ब्लड ग्रुप, एचआईवी व सिफलिस की जांच की गई। उन्होने बताया कि सभी गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड शकुंतला देवी हॉस्पिटल में निशुल्क कराया गया।
जीवनी मंडी नगरीय स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि पीएमएसएमए के तहत हुए एचआरपी डे पर 29 गर्भवती के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। इसमें से तीन महिलाओं को उच्च जोखिम वाली गर्भवती के रूप में चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी महिलाओं की एचआईवी सहित सिफलिस, ब्लड इत्यादि की जांच की गई।
कोविड से बचाव के दिए टिप्स
डा. मेघना ने बताया कि कोरोना काल में गर्भवती को अपना खास ख्याल रखने की जरूरत है, क्योंकि गर्भावस्था के दौरान आम दिनों की अपेक्षा रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इसलिए कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए घर पर रहकर अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें।
खाने पीने का विशेष ध्यान दें, व्यायाम करें और डॉक्टर से संपर्क करती रहे। समय-समय पर अपनी जांच कराती रहे। गर्भवती को कोरोना से डरने की नहीं बल्कि लड़ने की जरूरत है। गर्भवती को गर्भ के तीसरे और चौथे माह में स्वास्थ्य की जांच जरूर करानी चाहिए और आठवें व नवें माह में अस्पताल जाकर अपनी जाँच करानी चाहिए।