अजमेर,तारागढ़ स्थित हजरत मीरां सैयद खिंगसवार का उर्स मनाया गया कुल की रस्म के साथ संपन्न हुआ। मान्यता है कि मीरा साहब के कुल की रस्म के समय कुछ सैकंड़ के लिए मजार हिलती है। इससे पूर्व मजार शरीफ पर लपेटा गया सवा मन कलावा व मेहन्दी उर्स में आए अकीदतमंदों ने लूटा। कव्वालों ने सूफियाना कलाम पेश किए। इससे पूर्व पंचायत खुद्दाम की ओर से सुबह 9 बजे चादर का जुलूस निकाला गया जिसमें दरगाह से जुड़े सभी खादिमों ने शिरकत की। दोपहर 1 बजे कुल की रस्म प्रारम्भ हुई। मीरां साहब के आस्ताने में अकीदतमंदों ने कंपन महसूस किया और कलावा लूटने की परम्परा को पूरा करते हुए लोगों ने अकीदत के साथ लच्छे के साथ मेहन्दी भी तबर्रूक के रूप में ग्रहण की।
संवाद , मो नज़ीर क़ादरी