आगरा. ताज नगरी की विख्यात बाल साहित्यकार प्रो. उषा यादव को बाल साहित्य सृजन के लिए प्रतिष्ठित बाल साहित्य श्री सम्मान 2019 के लिए चुना गया है. संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन दिल्ली लाइब्रेरी बोर्ड की ओर से जारी पत्र द्वारा अधिकारिक रूप से इसकी घोषणा भी कर दी गयी है.
मिल चुका है पद्मश्री सम्मान
बाल साहित्यकार प्रो. उषा यादव को महामहीम राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है. प्रो. उषा यादव राष्ट्रभाषा हिन्दी की जानी-मानी विद्वान हैं और आगरा विश्वविद्यालय के के.एम.आई संकाय में तथा उसके बाद केन्द्रीय हिन्दी संस्थान आगरा में लम्बे समय तक हिन्दी प्रोफेसर के रूप में सेवारत रहीं हैं.
नारी विभूषण सम्मान से सम्मानित
पद्मश्री प्रो. उषा यादव को उत्तर प्रदेश के प्रथम स्व. दरवेश स्मृति नारी विभूषण सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है. इस सम्मान की शुरुआत आगरा एडवोकेट एसोसिएशन द्वारा बार काउन्सिल ऑफ़ यूपी की प्रथम महिला चेयरमेन रहीं स्व. दरवेश की स्मृति में की है. हाल में 8 मार्च विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में बाल साहित्यकार प्रो. उषा यादव को उनके आवास पर ही स्व. दरवेश द्वारा स्थापित इस बार एसोसिएशन की ओर से मौजूदा कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने यह सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया.
गर्व है आगरा वासियों को
भारत सरकार की ओर से प्रो. उषा यादव को बाल साहित्यश्री सम्मान दिए जाने की खबर मिलते ही आगरावासियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. हाल ही में लोन मामलों को लेकर सुप्रीमकोर्ट में रिट दायर कर करोड़ों लोगों को बड़ी राहत दिलाने वाले गजेन्द्र शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता रिनी गुप्ता, महिला अधिकारों की वकालत करने वाली सरोज यादव एडवोकेट, पत्रकार महेश धाकड़, आदर्शनंदन गुप्त आदि ने हर्ष व्यक्त किया है