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शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के ट्वीट से बवाल लोगो मे ट्वीट मे दी गई जानकारी को लेकर नाराजगी

विरोध के बाद मंत्री को ट्वीट व वाल से पोस्ट हटानी पड़ी।
कोराना काल की शुरुआत मे डोटासरा की तरह ही केजरीवाल ने तबलीक जमात मरकज को लेकर ट्वीट किया था।
।अशफाक कायमखानी।
सीकर।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा अपने निर्वाचन क्षेत्र सीकर जिले के लक्ष्मनगढ तहसील के खीरवा गावं मे कोराना ने कहर बरपाने को लेकर ट्वीट व अपनी वाल पर पोस्ट करने से खासी हलचल पैदा कर दी है। ट्वीट मे अबतक कोराना से बीस से अधिक लोग संक्रमित होकर जान गवां चुकने की गावंवासी पुष्टि करते है। जान गवाने वालो मे अन्य बिमारियों से ग्रसित एक नोजवान को छोड़कर बाकी सभी 55- से 90 वर्ष के बताये जा रहे है।
शिक्षा मंत्री के ट्वीट मे लोगो का संक्रमित होकर मरने का प्रमुख कारण गुजरात से आई एक बोडी के कारण होना बताया गया है। जबकि खीरवा गावं के मोहम्मद अजीज खान जो वर्तमान मे अपनी पत्नी को सावंली कोविड सेंटर लेकर आया उससे बात करने पर उसने बताया कि मंत्री ने जो कारण बताया हो सरासर गलत है। हां यह सही है कि मृतक की बोडी गुजरात के सूरत शहर से आई थी। उसकी आखरी रसुमात स्वयं मोहम्मद अजीज खान व अन्य ने पुरी की थी। उनमे से कोई भी संक्रमित नही हुये है। कोराना ने गावं मे अन्य बिमारियों से ग्रसित व अधिक उम्र के लोगो को जकड़ रखा है। संक्रमण का फैलाव होने के कारण एवं समय पर उचित चिकित्सा सुविधा नही मिलने के कारण मोतो का सीलसीला जारी है। प्रशासन ने गावं को सेनेटाईज किया है। एवं चिकित्सक दल के पहुंने के समाचार है।
जानकारी अनुसार करीब पंद्रह दिन पहले गावं के सूरत मे रहने वाले एक व्यक्ति की बोडी गावं मे आने के बाद उनकी आखिरी रसूमात पूरी की गई थी। लेंकिन कोराना की दूसरी लहर ने गावं मे भंयकर प्रकोप ढाया है। इस प्रकोप से बीस दिन मे बीस से अधिक लोगो की मौत हो चुकी बताते है।
कुल मिलाकर यह है कि शिक्षामंत्री के ट्वीट मे गलत जानकारी देने के कारण लोगो मे नाराजगी होने के साथ साथ उनका कहना है कि सरकार को समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करना चाहिए। वही मंत्री को अब ओर लोगो की जान ना जाये उस तरफ कदम उठाने की तरफ बढना चाहिए। भारी विरोध के बाद मंत्री ने अपनी वाल पर की गई पोस्ट व ट्वीट को हटा लिया है।