नई दिल्ली, बीते 15 दिनों के दौरान कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में लगातार कमी दर्ज की गई, तीन मई को यह जहां संक्रमण के कुल मामलों का 17.13 प्रतिशत थी वहीं अब घटकर 13.3 प्रतिशत रह गई है। इस बात की जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने दी। लव अग्रवाल ने आगे कहा कि 3 मई को देश में रिकवरी औसत 81.7% थी वह बढ़कर 85.6% हो गई है। देश में पिछले 24 घंटे में 4,22,436 लोग रिकवर हुए हैं जो कि देश में अबतक की सबसे अधिक रिकवरी है। उन्होंने कहा कि केरल में 99,651 रिकवरी नोट की गई। हम रिकवरी में क्लियर पॉजिटिव ट्रेंड नोट कर रहे हैं और सक्रिय मामलों में भी कमी आ रही है। केवल 8 राज्य ही ऐसे हैं जहां प्रतिदिन 10,000 से अधिक मामले आ रहे हैं। 26 राज्य ऐसे हैं जहां रिकवरी प्रतिदिन रिपोर्ट होने वाले मामलों से अधिक है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक लव अग्रवाल ने कहा कि 7 मई को देश में 4,14,000 के करीब मामले आए थे। पिछले 24 घंटे में 2,63,000 मामले आए हैं। पिछले 2 दिनों से नए मामले 3,00,000 से कम हो गए हैं। 7 मई को आए मामलों से आज के मामले 27% कम हैं। केवल 69% मामले 8 राज्यों में हैं। देश में साप्ताहिक केस पॉजिटिविटी रेट घटकर 16.9% हो गई है। पाजिटिविटी अब 14.10% हो गई है। भारत की कुल आबादी का 1.8% अब तक इस बीमारी से प्रभावित हुए हैं। हम 2% से कम आबादी में संक्रमण के प्रसार को रोकने में अबतक कामयाब रहे है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि पहली बार देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण से चार लाख से ज्यादा लोग ठीक हो गए जबकि लगातार दूसरे दिन तीन लाख से कम नए मामले आए। पिछले 24 घंटे में 4,22,436 मरीजों के स्वस्थ हो जाने के बाद, देश में अब तक 2,15,96,512 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। मंत्रालय ने कहा कि पिछले 14 दिन से हर दिन 3,55,944 से अधिक लोग संक्रमण से ठीक हुए हैं। पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 2,63,533 नए मामले आए। इनमें से 74.54 प्रतिशत मामले 10 राज्यों से आए। सबसे ज्यादा 38,603 मामले कर्नाटक से, वहीं 33,075 नए मामले तमिलनाडु से आए। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 33,53,765 है। कुल संक्रमितों के 13.29 प्रतिशत मरीज उपचाराधीन हैं। कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में देश के करीब 69.01 प्रतिशत उपचाराधीन मरीज हैं। मंत्रालय के मुताबिक राष्ट्रीय स्तर पर मृत्यु दर 1.10 प्रतिशत है।