महामारी में कालाबाजारी और अवैध वसूली कर रहे करने वालों पर हो कड़ी कार्यवाही
आगरा। कोविड महामारी की दूसरी लहर ज़िंदगी को निर्ममता से लील रही है। मानवता कराह रही है और दानवता नंगा नाच कर रही है। ऐसे में, ऑक्सीजन सिलेंडरों, रेमडेसिविर इंजेक्शनों व अन्य जीवन रक्षक दवाओं की कालाबाजारी के साथ-साथ कुछ निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों से अवैध रूप से मोटी रकम वसूले जाने की शिकायतें निरंतर मिल रही हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता राजा अरिदमन सिंह ने “महामारी के इन डकैतों” के विरुद्ध कड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज किए जाने की अपील की है।
भदावर हाउस से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उन्होंने कहा है कि महामारी की आपदा में ब्लैक मार्केटिंग और ओवर चार्ज करने वाले लोगों की इंसानियत मर गई है। ऐसे लोग मानवता के लिए काला धब्बा और अभिशाप हैं। ऐसे निजी अस्पतालों और दवा विक्रेताओं को चिन्हित करके इनके विरुद्ध कड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक ओर सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स, नर्स, वार्ड बॉय और अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ अपनी जान को जोखिम में डालकर आमजन की प्राण रक्षा में दिन-रात लगा हुआ है, वहीं दूसरी ओर कुछ निजी अस्पताल अपने संवेदनहीन और शोषण पूर्ण रवैये से पूरे चिकित्सक समुदाय को बदनाम करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि चंबल के बागियों को डकैत कहा जाता था पर सही मायने में तो डकैत ये लोग हैं।
ऐफमेक के प्रयास सराहनीय..
राजा अरिदमन सिंह ने आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स काउंसिल (एफमैक) द्वारा महामारी से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों की भूरि-भूरि सराहना करते हुए कहा कि एफमैक द्वारा सींगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर में मात्र 15 दिनों के अंदर तैयार किया गया 350 बेड का लेवल-2 का अस्पताल ऑक्सीजन सहित सभी चिकित्सकीय सुविधाओं से युक्त है। कोविड मरीजों को इस अस्पताल का लाभ लेना चाहिए।