आगरा। कोरोना महामारी में बहुत से ऐसे परिवार हैं जिन्होंने अपनों को खोया है। कई ऐसे पीड़ित परिवार भी है जिसमें घर का मुखिया ही कोरोना का शिकार हुआ और असमय इस दुनिया को छोड़ कर चला गया। जिसके बाद उन परिवारों के सामने कमाने और खाने का संकट पैदा हो गया। ऐसा ही कुछ जीवनी मंडी निवासी प्रदीप अग्रवाल के साथ हुआ। 22 अप्रैल को उनका कोरोना से निधन हो गया जिसके बाद उनकी धर्मपत्नी और दो छोटे-छोटे बच्चों (12 वर्ष, 14 वर्ष) के सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया। दाने-दाने के मोहताज इस परिवार के इस संकट की घड़ी में महापौर नवीन जैन ने सामाजिक संस्था कमला नगर विकास समिति के साथ मदद का हाथ आगे बढ़ाया है।
गुरुवार को महापौर नवीन जैन सामाजिक संस्था के साथ जीवनी मंडी स्थित स्वर्गीय प्रदीप अग्रवाल के निवास पर पहुंचे, जहां पर उन्होंने परिवार में मौजूद उनकी धर्म पत्नी और बच्चों से मुलाकात की। महापौर ने देखा कि मध्यम वर्गीय परिवार से तालुकात रखने वाले प्रदीप अग्रवाल का परिवार एक किराए के मकान में रहता है, यहां पर जीवन यापन के लिए प्रदीप अग्रवाल अपनी पत्नी के साथ कपड़े रखने के थैले बनाते थे लेकिन लॉकडाउन लगने के चलते जहां थैले बनाने का काम बंद हो गया तो वहीं 22 अप्रैल को प्रदीप अग्रवाल का निधन हो जाने के बाद तो मानो परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया। महापौर को अवगत हुआ कि उनके मकान किराए का पिछला हिसाब बाकी है। परिवार के सामने कमाने खाने के साथ दो बच्चों के शैक्षिक भविष्य पर भी संकट आ खड़ा हुआ है।
यह देखकर महापौर नवीन जैन ने मौके पर ही सामाजिक संस्था कमला नगर विकास समिति के साथ मदद करते हुए राशन की व्यवस्था की, मकान का किराया चुकाने के लिए आर्थिक मदद की और कहा कि अपने परिवार का खर्चा चलाने के लिए फिलहाल आप जो काम करते आ रहे हैं वह करते रहें। इसके अलावा हमारी ओर से जो मदद होगी वह भी सहयोग करने का प्रयास करेंगे।
दोनों बच्चों का भविष्य खराब ना हो इसे गंभीरता पूर्वक लेते हुए महापौर नवीन जैन ने कहा कि उनके पढ़ाई की जिम्मेदारी हम सभी लेते हैं और कहा कि बच्चे जब तक पढ़ना चाहें तब तक उनके लिए किताबें, ड्रेस, फ़ीस आदि शिक्षा का सभी खर्चा वहन किया जाएगा। इसके अलावा अगर परिवार के सामने कोई और समस्या आती है तो उसका भी हल करने का प्रयास करेंगे।
इस मौके पर क्षेत्रीय पार्षद नेहा गुप्ता, प्रवीन अग्रवाल, इंद्रदीप जैन, देव ठाकुर आदि मौजूद रहे।