वॉशिंगटन/यरुशलम, गाजा । इजरायल और फिलीस्तीन की जंग से भारी तबाही के बीच अमेरिका इसे रोकने के लिए सक्रिय हो गया है। अमेरिका इस युद्ध की विभीषिका को रोकना चाहता है।
इजरायल का पक्ष लेकर संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में एक हफ्ते में तीन बार वीटो करने वाला अमेरिका भी शांति के लिए इजरायल से अपील करने लगा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि वे सीजफायर यानी संघर्ष विराम के लिए जल्द और पुख्ता कदम उठाएं। इसके पहले नेतन्याहू ने साफ कहा था उनका देश फिलीस्तीन और हमास पर हमले बंद नहीं करेगा। हमास को इजराइल आतंकी संगठन बताता है।
अब तक अमेरिका और बाइडेन इजराइल पर दबाव डालने से बचते रहे थे, लेकिन उनके इस रवैये की घर में ही आलोचना शुरू हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाइडेन ने अपने डिप्लोमैट्स को मिशन सीजफायर पर लगा दिया है। इसमें मिस्र सरकार की भी मदद ली जा रही है। जर्मनी समेत कुछ यूरोपीय देश भी अब सीजफायर की मांग कर रहे हैं।
वहीं अमेरिका में बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी के कई सांसद ऐसे हैं जो इजरायल-फिलीस्तीन जंग के मामले में सरकार की आलोचना कर रहे हैं। बाइडेन ने इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से फोन पर बातचीत की। पिछले हफ्ते भी दोनों नेताओं की बातचीत हुई थी। बाइडेन ने बुधवार को नेतन्याहू से कहा कि अमेरिका अब सीजफायर देखना चाहता है। इजराइल और फिलीस्तीन की जंग में अब तक 220 फिल्तानी लोगों की जान जा चुकी है। उधर, इजराइल में सिर्फ 10 लोगों की मौत हुई है। इनमें एक सैनिक शामिल है। दूसरी तरफ, फिलीस्तीन में मारे गए लोगों में ज्यादातर आम नागरिक हैं, जिनका हमास से कोई ताल्लुक नहीं था।
25 मिनट में 52 विमानों से 40 ठिकानो पर बमबारी
गाजा पट्टी में इजरायल के हवाई हमलों में कम से कम छह लोग मारे गए। हवाई हमले में एक बड़ा रिहायशी घर उड़ा दिया गया। इजराइल की सेना ने कहा कि उसने खान यूनुस और राफा में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया और 52 विमानों ने 25 मिनट में 40 ठिकानों पर बमबारी की। खान यूनुस में हमले में 40 सदस्यों वाले अल अस्तल परिवार का घर तबाह हो गया। हमले से पांच मिनट पहले इस घर पर चेतावनी स्वरूप मिसाइल दागी गई, जिससे परिवार के सभी सदस्य वहां से भागने में सफल रहे।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, हवाई हमलों में अब तक कम से कम 219 फिलीस्तीनी नागरिक मारे गए। इनमें 63 बच्चे और 36 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा 1530 व्यक्ति घायल हुए हैं। वहीं हमास और इस्लामिक जेहाद का कहना है कि उनके 20 लड़ाके मारे गए हैं। जबकि इजराइल का कहना है कि यह संख्या कम से कम 130 है। राकेट हमलों में इजरायल के 12 लोगों की मौत हुई है, जिनमें पांच वर्ष का एक लड़का भी शामिल है।
अरब देशों का गुस्सा
गाजा पट्टी पर इजरायली हवाई हमलों और लोगों के मारे जाने पर खाड़ी के अरब देशों के लोग इजराइल की कड़ी निंदा कर रहे हैं और फिलीस्तीन के प्रति समर्थन जता रहे हैं। इजराइल के खिलाफ गुस्सा सड़कों पर प्रदर्शन के जरिए और इंटरनेट मीडिया, अखबारों के आलेखों में देखा जा रहा है। संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और कुवैत में लोग इंटरनेट मीडिया पर फिलीस्तीन के प्रति खुलकर समर्थन व्यक्त कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार