लखनऊ (DVNA)। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के विधान परिषद सदस्यों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने पार्टी सदस्यों से वैक्सीनेशन के लिये जोर दिया। दरअसल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले कहा था कि वह भाजपा के टीके के खिलाफ थे, लेकिन भारत सरकार का टीका लगवाएंगे। इससे पहले अखिलेश ने कोरोना वैक्सीन को भाजपा का टीका बताते हुए इसे न लगवाने की बात कही थी।
बैठक में 2022 विधान सभा चुनाव की रणनीति के साथ ही पंचायत चुनाव के प्रदर्शन पर चर्चा की गई। बैठक में 15 जुलाई को होने वाले प्रदर्शन को प्रभावी ढंग से करने का फैसला लिया गया। सपा के प्रदेश कार्यालय में आयोजित इस बैठक में प्रोफेसर रामगोपाल यादव भी शामिल हुए।
बैठक में कहा गया कि भाजपा राज में किसानों और नौजवानों की सबसे ज्यादा दुर्दशा हुई है। किसानों के साथ किया एक भी वादा पूरा नहीं किया है न तो उसकी फसल की एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर खरीद हुई और नहीं वादे के अनुसार उसे लागत का सही मूल्य मिला। नौजवानों को नौकरी देने के नाम पर सिर्फ उन्हें बहकाने का काम किया गया है। भाजपा सरकार ने प्रदेश के नौजवानों को चार लाख नौकरियां देने का झूठा वादा किया। भाजपा राज में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ी है। व्यापारियों के अपहरण और हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं। जनता महंगाई से परेशान है। पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, तेल, खाद्य पदार्थ सभी के भाव आसमान छू रहे हैं, विकास कार्य ठप्प हैं।
विधान परिषद सदस्यों ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र विरोधी दल है। उसकी मानसिकता एकाधिकारी प्रवत्ति की है। इसके चलते संवैधानिक संस्थाओं को लगातार कमजोर किया जा रहा है। देश संक्रमण की स्थिति में है।
ऐसे में अखिलेश यादव ने सभी से वैक्सीन लगवाने की अपील भी की। उन्होंने कहा कोरोना संकट से बचाव के लिए हमें सतर्क और सजग रहना होगा।
समाजवादी पार्टी ब्लाक प्रमुख एवं जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा सरकार पर धांधली का आरोप लगाते हुए इसके विरोध में सभी तहसील मुख्यालयों पर 15 जुलाई को प्रदर्शन करेगी। इस प्रदर्शन में जन समस्याओं को भी शामिल किया गया है। प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन भी दिया जाएगा।
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