महराजगंज-DVNA। वैक्सीन से बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि जिन बच्चों में मिजिल्स रूबेला, गलाघोंटू, काली खाँसी व बुखार के साथ लाल चकत्ते या दानें दिखें तो इसकी तत्काल संबंधित अधिकारी को रिपोर्ट करें। ऐसे मरीजों की त्वरित जांच कराकर इलाज किया जाएगा।
उक्त बातें अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राकेश कुमार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सहयोग से नौतनवा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) सभागार में आयोजित कार्यशाला में कही। उन्होंने इस मौके पर कहा कि जब भी स्वास्थ्य कर्मी क्षेत्र में जाएं तो सघन निगरानी करें। ऐसे बच्चे या व्यक्ति जिनके शरीर पर बुखार के साथ चकत्ते वाले लाल दानें दिखें तो इसकी त्वरित सूचना दें।
डब्ल्यूएचओ के सर्विलांस मेडिकल आफिसर डॉ. विकास यादव ने कहा कि पिछले छह माह के दौरान 15 वर्ष आयु वर्ग तक कोई भी बच्चा जिसका कोई भी अंग किसी भी कारण से अचानक लुंज अथवा कमजोर पड़ गया हो, किसी व्यक्ति को बुखार, गले में दर्द, टांसिल का लाल होने, खाँसी के साथ आवाज़ भारी होने, टांसिल या उसके आस-पास ह्वाइट व झिल्ली होने की शिकायत हो तो भी रिपोर्ट करें।
उन्होंने यह भी बताया कि किसी व्यक्ति को लगातार खाँसी आने, खाँसने के बाद सांस लेने में जोरदार आवाज़ होने, खाँसने के तुरंत बाद उल्टी होने की शिकायत हो तो उस व्यक्ति के बारें में भी तत्काल सूचना उपलब्ध कराएं, ताकि समय रहते उनकी त्वरित जांच कराकर इलाज शुरू किया जा सके।
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले वालों में डॉ.अशोक कुमार, डॉ. एसके त्रिपाठी, डॉ. विश्वजीत राय, डॉ. बीके राय, मुदिता त्रिपाठी, आशा, गायत्री, गीता, दुर्गावती, सुषमा, मीरा, सुनीता, मंजू, निर्मला, संजय चौधरी, संजय कुमार वर्मा, अल्का, अभय कुमार चौधरी, रजनी, उमाकांती, जितेन्द्र शर्मा, अनूप, सुधीर प्रमुख तौर पर शामिल रहे।
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