गोरखपुर-DVNA। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दौरे के अंतिम दिन रविवार को सावन के पहले दिन गोरखनाथ मंदिर में देश और प्रदेशवासियों की मंगलकामना के संकल्प के साथ रुद्राभिषेक किया। मुख्यमंत्री ने इस अनुष्ठान में पके हुए आम के रस, 11 लीटर दूध, जल, दही, घी, शक्कर, शहद, गंगा जल और गन्ने के रस से महादेव भगवान शिव का अभिषेक किया। उन्हें बेलपत्र, सफेद कमल, लाल कमल, कनेर, शमी पत्र, दूब, कुशा, राई, गुड़हल, धतूरा, भांग और श्रीफल भी चढ़ाया।
रुद्राभिषेक अनुष्ठान की शुरुआत भगवान शंकर के पुत्र भगवान गणेश की पूजा-अर्चना के साथ हुई। मुख्यमंत्री ने भगवान शिव और द्वादश ज्योतिर्लिंग का पूरे विधि-विधान के साथ पूजन किया। अंत में रुद्राभिषेक की आनुष्ठानिक प्रक्रिया वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सम्पन्न हुई । रुद्राभिषेक मंदिर के प्रधान पुरोहित रामानुज त्रिपाठी वैदिक के नेतृत्व में पूरा हुआ । उनके साथ वैदिक मंत्रोच्चार करने वालों में डा. अरविंद चतुर्वेदी, डा. रोहित मिश्र, पं. पुरुषोत्तम चौबे, नित्यानंद तिवारी, शुभम मिश्र, शशांक शास्त्री शामिल रहे। प्रधान पुरोहित ने बताया कि रुद्र का तात्पर्य ही दुखों का शमन करने वाला होता है। ऐसे में मुख्यंमत्री का यह रुद्राभिषेक समूचे देश व प्रदेश की जनता के दुख का शमन करेगा।
Auto Fetched by DVNA Services
Comment here