गोरखपुर-DVNA। रसूले खुदा ने फरमाया मेरी उम्मत की सबसे बड़ी ईद , ईदे गदीर है, मेहदी लान बसंतपुर गोरखपुर मे अमीरूलमोमीन हजरत अली् (अ०स०) की वेलायत (उत्तराधिकारी ) होने के ऐलान की यादगार में यह जश्न मनाया गया।
यह गदीर की ईद इसलिए मनाई जाती है कि जब अल्लाह के रसूल हजरत मोहम्मद साहब 10 हिजरी को हज के फरीज़े को अदा करके वापस आ रहे थे तो उन्होंने (रसूल अल्लाह स०अ०) ने अल्लाह के हुक्म से सारे मजेमें (भीड़) को अरब के कुम नामी मैदान में रोककर ये ऐलान किया कि मेरे बाद मेरे जानशीन (उत्तराधिकारी) हजरत अली होंगे इस खुशी के मौके पर मुसलमान ईदे गदीर मनाते हैं।
बसंतपुर स्थिति मेहंदी लान में बहुत ही धूमधाम से कॉविड गाइडलाइन का पालन करते हुए इस यादगार दिन को मनाया जिसमें बाहर के आए हुए शायरों ने अपने कलाम पेश किए जिसमें जनाब नायाब हल्लौरी साहब , जनाब मुजीब सिद्दीकी साहब ,अली हसन और हसन जफर साहब ,मौलाना शबीह आज़मी साहब, डॉक्टर इफहाम साहब ने अपने कलामो से लोगों को नवादा नवाजा।
आखिर में मौलाना जनाब वसीहसन खान साहब जो फैजाबाद से तशरीफ लाए थे ने अपनी तकरीर में ईदेगदीर की फजीलत और इंपॉर्टेंट पर बहुत ही अच्छे अंदाज में तकरीर की और लोगों को नसीहत किया कि, अपने पड़ोसियों का ख्याल करो अपने रिश्तेदारों का ख्याल रखें ,गरीबों का ख्याल रखें, और हर वह नेक काम करें जिस की तालीम इस्लाम में दी गई है।
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