जालौन/उरई (DVNA)। कांग्रेसियों ने दलित सम्मान दिवस मनाकर दलित बस्ती में रैली निकाली और सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए दलितों के हित में कार्य करने की मांग की।
कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा 3 अगस्त को डॉ. भीमराव अंबेडकर का नाम कैबिनेट में प्रस्तावित करने के दिवस को कांग्रेस पार्टी ने दलित सम्मान दिवस के रूप मनाया। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में गोल्डी अवस्थी, संतराम पांचाल, चंद्रशेखर वर्मा, प्रवेंद्र पटेल, रविंद्र कुमार, आदि ने डॉ. अंबेेडकर इंटर कॉलेज में एकत्रित होकर डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान गोल्डी अवस्थी ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार में दलितों का जमकर उत्पीडऩ हो रहा है। आजमगढ़ में दलित प्रधान का पुलिस उत्पीडऩ किया गया। चंदौली में दबंगों ने दलित परिवार का घर जला दिया। कानपुर में जाति पूछकर दलित परिवार के साथ मारपीट की गई। सहारनपुर में दलित युवक की मूंछ काट दी गई।
गोरखपुर में सरकारी दलित कर्मचारी की हत्या की गई। मौदहा में कोतवाली में दलित आरोपी की संदिग्धावस्था में मृत्यु हुई। इसके अलावा भी कितनी ही घटनाएं हैं। जो वर्तमान सरकार के शासनकाल में हुई है। इससे सरकार की दलित विरोधी मानसिकता का पता लगता है। संतराम पांचाल ने कहा कि दलितों के सम्मान में कांग्रेस दलित सम्मान दिवस के माध्यम से मांग कर रही है कि दलितों के हित में कार्य किए जाएं और उनका उत्पीडऩ रोका जाए। अंत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दलित बस्ती में रैली निकालकर उन्हें जागरूक करते हुए बताया कि जवाहरलाल नेहरू के प्रस्ताव पर ही डॉ. भीमराव अंबेडकर को कैबिनेट में कानून मंत्री बनाया गया। इस मौके पर बलराम विश्वकर्मा हरदोईराजा, अमित सिंह, आलोक दोहरे, हरेंद्र सिंह यादव, शैलेंद्र गुर्जर, भोला साहू, राजू राजपूत, रामसिंह सेंगर, युवराज आदि मौजूद रहे।
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