कानपुर (DVNA)। कानपुर में जेल में बंद अपराधियों के फर्जी जमानतदार तैयार कराकर उन्हें आसानी से रिहा करवाने वाले गिरोह के 5 सदस्य गिरफ्तार हुए हैं। इनमें एक वकील और दो मुंशी शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से बरामद दस्तावेजों की जांच की तो दंग रह गए। ये दो साल में अब तक 168 से ज्यादा अपराधियों को फर्जी जमानतदार मुहैया करवाकर जेल से छुड़वा चुके हैं। यह सभी हत्या, लूट, डकैती,रेप,गैंगस्टर समेत सभी अन्य गंभीर मामलों के अपराधी थे। जेल से छूटने के बाद अब शातिर अपराधी पुलिस को मिल नहीं रहे हैं।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी सलमान ताज पाटिल ने बताया कि हत्या,रेप और गैंगस्टर समेत अन्य गंभीर अपराधों के अपराधियों की कोई जमानत लेने को तैयार नहीं होता है। इसे देखते हुए कानपुर कचहरी के अधिवक्ता ग्वालटोली के रहने वाले शील कुमार गुप्ता ने फर्जी जमानतदार ही तैयार करने का गैंग खड़ा कर दिया। एक ही व्यक्ति के अलग-अलग नाम.पते के दस्तावेज तैयार करके उन्हें कोर्ट में पेश कराकर गंभीर अपराध में फंसे बदमाशों को जमानत दिलाता था।
फर्जी जमानतदार बनने वालों 12 से ज्यादा लोगों के नाम सामने आए हैं। हत्या में 30 हजार, रेप में 35 हजार,गैंगस्टर में 20 हजार रुपए में फर्जी जमानतदार उपलब्ध कराए जाते थे। अपराधी के कोर्ट में हाजिर नहीं होने पर जमानतदार को नोटिस भेजा जाता तो पता चलता कि इस नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं है। तब पता चलता कि जमानतदार फर्जी था।
क्राइमब्रांच ने अधिवक्ता के पास बरामद दस्तावेजों की जांच की गई तो सामने आया कि अब तक 112 गैंगस्टर,32 हत्या,16 रेप और लूट-डकैती में सैकड़ों अपराधियों को गिरोह ने फर्जी जमानतदार उपलब्ध करवाकर जेल से छुड़वा दिया है। जांच जारी है और फर्जी जमानतदारों को खड़ा करके जमानत लेने वाले अपराधियों की संख्या बढ़ती जा रही है।
Auto Fetched by DVNA Services
Comment here