अज़मेर । महिला बाल विकास विभाग के अधिवक्ता अरविंद मीणा में बताया की राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल के निर्देश पर चलाए जा रहे बाल मित्र राजस्थान की कल्पना को साकार करते हुए बाल कल्याण समिति नागौर ने विशेष प्रयास करते हुए पिछले सात सालों से अपने माता पिता से बिछुड़ी एक बालिका को उसके जैविक माता पिता आख़िर कार मिल गए। ओर यह प्रयास किया बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल के निर्देश पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मनोज सोनी एवं उनकी टीम ने। बाल मित्र राजस्थान एवं बाल आयोग आपके द्वार अभियान को लेकर जब बाल आयोग द्वारा बाल मैत्री वातावरण के निर्माण की दिशा में आवश्यक दिशा निर्देश बाल आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल द्वारा दिए गए।उसके बाद बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी एवं उनकी समिति की टीम ने पुरा ध्यान बालिका ग्रह में आवासित बालिका पर गया।
बालिका ग्रह अजमेर निरीक्षण के दौरान बालिका ने दिए थे संकेत
बाल आयोग की अध्यक्ष श्री मति संगीता बेनीवाल के निर्देश पर नागौर बाल कल्याण अध्यक्ष मनोज सोनी एवं उनकी टीम सदस्य निधी हेड़ा,रामलाल कुँवाड़,गोपाल राम,नत्थूराम मेघवाल,सहायक निदेशक बाल अधिकारीता विभाग नागौर संजय साँवलानी ने गोटन पुलिस थाने पर दर्ज बालिका ख़रीद फ़रोख़्त एवं अपहरण से जुड़े प्रकरण पर ध्यान केंद्रीत किया तब पीड़ित बालिका ने बताया की उसके माता पिता वही है जो उसे लेने एक बार गुजरात से बालिका ग्रह अजमेर आए थे। लेकिन नन्ही बालिका द्वारा सही ढंग से अपने माता पिता की पहचान नही होने पर बालिका ने अपने माता पिता को पहचानने से इंकार कर दिया था।उसके बाद अगस्त 2015 से अजमेर की बालिका ग्रह में ही नागौर बाल कल्याण समिति के आदेश से आवासीत है।
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने दिए थे निर्देश
नागौर की पूर्व एसपी को बालिका के परिजनो की खोज को लेकर लिखी थी चिट्टी
इसको लेकर जब बाल कल्याण समिति नागौर अध्यक्ष मनोज सोनी ने पाया की बालिका जिसको एक युवक जो मानव तस्करी में लिप्त था ओर छोटी छोटी बच्चियों एवं बच्चों की ख़रीद फ़रोख़्त उनका अपहरण कर उनसे भीख मंगवाने का कार्य करवाता था, भीख मंगवाने के इसी काम को लेकर दिनांक 2 अगस्त 2015 को बीकानेर से आरोपी युवक ने क़रीब दस वर्षीय बालिका का बीकानेर से अपहरण कर लिया था।ओर उसका अपहरण कर नागौर जिले के गोटन क़स्बे के एक मकान में बंधक बना लिया।उक्त युवक द्वारा एक नन्ही बालिका को बंधक बना लिए जाने की सूचना जब स्थानीय लोगों को लगी तब सूचना के आधार पर उस समय की मानव तस्करी विरोधी यूनिट नागौर को मिली तब मानव तस्करी विरोधी यूनिट ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उस आरोपी युवक से दस वर्षीय बालिका के साथ अंय बालक बालिका को भी दस्तयाब किया जो पहचान होने पर अपने परिजनों को सुपुर्द कर दी गई। लेकिन माता पिता नही मिलने के कारण यह नन्ही बालिका जो पिछले सात सालों से अपने माता पिता का इंतज़ार कर रही थी उक्त बालिका को उसके माता पिता नही मिले ओर वह अपने माता पिता आस में पिछले सात सालों से उनका इंतज़ार अजमेर की बालिका ग्रह में कर रही है।इस पर समिति ने जब जिला पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा तब समिति के पत्र पर जिला पुलिस द्वारा गोटन थाना अधिकारी की अध्यक्षता में पाँच सदस्ययी विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया।
बाल कल्याण समिति नागौर के स्मरण पत्र के बाद हरकत में आइ थी पुलिस स्पेशल टीम
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने जब नागौर की पूर्व एसपी को बालिका के माता पिता की खोज को लेकर चिट्टी लिखी थी।ओर उस पत्र के बाद जब बालिका के माता पिता की खोज के लिए स्पेशल पुलिस टीम के आदेश जारी कर दिए गए।ओर विशेष पुलिस टीम के गठन के आदेश जब चालीस दिन तक एसपी कार्यालय में ही रहे। उसके बाद जब बाल कल्याण समिति ने पून स्मरण पत्र लिखा तब हरकत में आइ गोटन पुलिस थाने की विशेष पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए बालिका के माता पिता जो मूल रूप से बिहार के है ओर मज़दूरी को लेकर गुजरात में रह रहे है उन्हें गुजरात से खोज निकाला।
सात साल बाद परिजनों से हुई मुलाक़ात पर बालिका की ख़ुशियों का नही रहा कोई ठिकाना
बाल आयोग अध्यक्ष श्री मति संगीता बेनीवाल के निर्देश पर बाल मित्र राजस्थान की कल्पना को साकार करने को लेकर जब बाल कल्याण समिति ने प्रयास किए ओर सात सालों से बिछुड़ी बालिका जब अपने माता पिता भाई के साथ बालिका ग्रह में मिली तब उसकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नही रहा।क्यों की जिसका कल तक कोई नही था।देखरेख एवं संरक्षण वाली बालिका जो मात्र अकेली थी।ओर आगामी कुछ दिनो में बालिग़ होने वाली थी।बालिग़ होने पर वह जाएगी भी कहा इस पर बड़ा विषय था। लेकिन अब बालिका के माता पिता की खोज के बाद यह नाबालिग़ बालिका अपने माता पिता के साथ अपने भाई बहिनो के बीच रहेगी।
बाल आयोग अध्यक्ष बेनिवाल ने वर्चुअल माध्यम से हुई रूबरू उज्ज्वल भविष्य की दी शुभकामनाएं
पिछले सात सालों से अपने माता के आने की बाट जोह रही बालिका को जब उसके माता पिता मिले और उनके पुनर्वास की कारवाही की गई तब बाल आयोग की अध्यक्ष श्री मति संगीता बेनिवाल ने बालिक के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी। साथ माता पिता को बालिका के सही देखरेख एवं संरक्षण के निर्देश दिए।
मो नजीर क़ादरी की ख़ास रिपोर्ट