फीरोजाबाद| मुहर्रम माह शुरू हुए चार दिन हो चुके लेकिन प्रशासन की कोई तैयारी नही है, जनपद में मुहर्रम कार्यक्रमों का मुख्य केन्द्र शहर के प्रमुख स्थल प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा परिसर व आस पास क्षेत्रो में अव्यवस्थाऐं हावी हैं, जिस ओर नगर निगम अपनी आखे मूँदा हुआ है| प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा कमैटी के जनरल सेक्रेट्री व शहर काजी सैय्यद शाहनियाज अली ने नगर निगम प्रशासन के प्रति सख्त नाराजगी जाहिर की है|
शहर काजी ने कहा कि शनिवार को मुहर्रम माह की 4 तारीख हो गई तथा कार्यक्रम भी शुरू हो चुके हैं, परन्तु नगर निगम प्रशासन ने प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा परिसर व आस पास क्षेत्रो में कोई व्यवस्था नही की है, जबकि पूर्व में नगर निगम द्वारा समय रहते व्यवस्थाऐं कराता रहा है| जिलाधिकारी महोदय व नगर आयुक्त महोदया के द्वारा पूर्व की भाँती व्यवस्थाऐ कराए जाने के आदेश उपरान्त भी नगर निगम प्रशासन मौन है, प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा परिसर व आस पास क्षेत्रो में सड़के व खरंजे काफी जगह क्षतिग्रस्त हैं, साफ- सफाई व्यवस्था का कोई माकूल इन्तजाम नही है और ना ही एंटी लार्वा व सेनेटाईजर की कोई व्यवस्था की गई है| पूर्व में नगर निगम द्वारा हमेशा से प्रकाश व्यवस्था की जाती रही है, जोकि अभी तक नही की गई, जगह-जगह स्ट्रीट लाईटे खराब हैं और ताजिये रखे जाने वाले प्रमुख स्थलो पर व कुछ धार्मिक स्थलो पर स्ट्रीट लाईटें ही नही लगी हैं| जगह जगह नालियो के जाल टूटे हुए हैं, मगर नगर निगम प्रशासन इस ओर ध्यान तक नही दे रहा है| प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा को जाने वाले मुख्य मार्ग पर विद्युत सप्लाई की एल. टी लाईन काफी नीचे लटकी हुई है, जोकि हादसे का सबब है| शहर काजी ने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि नगर निगम प्रशासन ने अभी तक कोई इन्तजाम नही किया है, सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से हम पूर्ण आश्वस्त है, क्योकि पुलिस प्रशासन द्वारा हमेशा से माकूल इन्तजाम होता रहा है| जिसके लिये वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक महोदय द्वारा इस साल भी बेहतर व्यवस्था की गई है|
शहर काजी ने कहा कि मैं हमेशा प्रशासन के साथ सहयोग करता रहा हूँ, मगर नगर निगम प्रशासन हमारा सहयोग नही कर रहा| नगर निगम प्रशासन के रवैये से समाज में काफी नाराजगी है, यदि समय रहते प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा परिसर व आस पास क्षेत्रो में व्यवस्थाऐ नही की गई तो हम आन्दोलन को बाध्य होंगे तथा प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा परिसर में दर्शानार्थ रखे जाने वाले प्राचीन अलम व ताजियो को परिसर के बाहर चौराहे पर दर्शानार्थ हेतु रखने को बाध्य होंगे| जिसकी पूर्ण रूप से जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन की होगी