अयोध्या (DVNA)। उ.प्र. विधानसभा चुनाव से पहले अब अयोध्या के नाम को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। 7 सितंबर को अयोध्या में होने वाली एआईएमआईएम की रैली को लेकर लगाए गए पोस्टरों में अयोध्या की जगह फैजाबाद लिखे जाने पर संतों ने आपत्ति जताई है। संतों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि पोस्टर से जल्द नाम न बदला गया तो वह सात सितंबर को होने वाले ओवैसी की रैली नहीं होने देंगे। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता ने ओवैसी की पार्टी के इस दांव को जवाबी कव्वाली करार दिया है। सात सितंबर को रुदौली क्षेत्र में एआईएमआईएम की सियासी सभा शोषित वंचित समाज सम्मेलन नाम से आयोजन होने जा रहा है। इस सभा को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असुद्दीन ओवैसी संबोधित करेंगे। इसको लेकर पोस्टर छपवाए गए थे जिनमें अयोध्या जिले को फैजाबाद लिखा गया था। इस पर अयोध्या के संतो ने कड़ी नाराजगी जताई। तपस्वी छावनी के महंत जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने चेतावनी देते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ ने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया था।
ओवैसी ने मुख्यमंत्री योगी व अयोध्यावासियों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि अगर फैजाबाद को अयोध्या नहीं किया गया तो वह ओवैसी के अयोध्या प्रवेश और रैली पर रोक लगा देंगे। अयोध्या हनुमानगाढ़ी के पुजारी राजूदास ने ओवैसी के पोस्टर पर सवाल उठाए हैं। ओवैसी के फैजाबाद लिखे पोस्टर पर पुजारी राजूदास ने कहा कि आपको अयोध्या से चिढ़ क्यों है। फैजाबाद का नाम सरकारी अभिलेख में अयोध्या हो गया तो पोस्टर पर फैजाबाद नाम क्यों। इस विचारधारा का संत समाज निंदा करता है। ओवैसी इस पोस्टर को डिलीट करें अन्यथा अच्छा नहीं होगा। उन्होंने ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा, ओवैसी चुनाव के वक्त शोषित वंचित समाज के नाम पर दुकान चला रहे हैं। अब शोषित वंचित समाज प्रताडि़त होते तब ओवैसी चिंता नहीं करते।
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