अजमेर । अजमेर संभाग के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय अजमेर में निश्चेतन एवं न्यूरोसर्जरी विभाग के संयोजन में शनिवार 4 सितम्बर को एवेक क्रैमियोटॉमी सर्जरी जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में सम्पादित हुई।
राजसमंद के भीम की निवासी श्रीमती कमला देवी उम्र 65 वर्ष जिन्हें पिछले महीने से सिरदर्द, बेहोशी एवं उल्टी से पीड़ित थी। मरीज उच्च रक्तचाप, मधुमेह एवं थॉयराइड हार्मोन तथा प्लेटलेट की कमी से भी ग्रसित थी। मरीज को दौरे आने के कारण वे गिर गयी एवं सिर में चोट लगने से खून का थक्का जम गया। इसके लिये उन्होंने विभिन्न चिकित्सकों से परामर्श लिया लेकिन मरीज की समस्या ज्यो कि त्यों बनी रही। मरीज को उपरोक्त समस्याओं के निदान के लिए छः दिवस पूर्व हॉस्पीटल के न्यूरोसर्जरी विभाग में भर्ती कराया गयां।
न्यूरो सर्जरी विभाग के आचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ. सुशील ने मरीज का परीक्षण एवं जांच की एवं एमआरआई कराने की सलाह दी। एमआरआई जांच में यह पाया गया कि मरीज के सिर के अग्रिम एवं दाहिने भाग के दिमाग के हिस्से में बड़ी गाठ थी। गांठ के दवाब के कारण मरीज के बोलने एवं हाथ-पैर के मांसपेशियों की शक्ति प्रभावित हो रही थी। न्यूरो सर्जन ने निश्चेतना विभागाध्यक्ष से अनुरोध किया कि मरीज की गाठ सिर के उस हिस्से में है, जिसको निकालने के समय मरीज की बोलने की शक्ति एवं मांसपेशी में कमजोरी आ सकती है। इसके लिये आवश्यक है कि ऑपरेशन के दौरान मरीज होश में रहे तथा सर्जन के आदेशों की पालना करते रहे। इस सर्जरी को एवेक क्रैमियोटॉमी सर्जरी कहते हैं।
निश्चेतना विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. वीना पटौदी ने वरिष्ठ आचार्य डॉ. अरविन्द खरे को निर्देशित किया कि आपकी देख-रेख में ही मरीज का ऑपरेशन हो एवं आप इन बातों का पूर्ण ध्यान रखते हुए ऑपरेशन सम्पादित कराए। निश्चेतना विभाग से डॉ. कविता जैन, डॉ. बीना माथुर, डॉ. खरे, डॉ. कुलदीप एवं डॉ. दीपिका की टीम ने मरीज को ऑपरेशन से पूर्व मरीज की जांच की तथा मरीज के होश में रहते हुए ही मरीज की सर्जरी करवाने की तैयार करी। इसमें मरीज को स्कैल्प ब्लॉक तथा इन्जेक्शन दिए इससे मरीज होश में रहा। ऑपरेशन के समय मरीज के दर्द भी नहीं हुआ और मरीज सर्जन के आदेश की पालना भी करता रहा। इस सर्जरी को डॉ. सुशील आचार्य ने 2 घण्टे में पूर्ण की तथा मरीज सर्जिकल आईसीयू में चिकित्सकों की देख-रेख में है तथा पूर्णतः स्वस्थ है।
संवाद , मोहम्मद नज़ीर क़ादरी