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मौत लेकर दौड़ रही है रेतीले धोरों में चलने वाली जीपें

 

दरगाह आने वाले 9 जायरीन हुए गंभीर रूप से घायल
3 की हालत नाजुक -किया अजमेर रेफर 

बीते दो सालों में हो चुके है 20 से ज्यादा हादसे , आये दिन लोग हो रहे है चोटिल , बड़ा सवाल आखिर जिम्मेदार पुलिस और प्रशासन के अधिकारी क्यों है मौन  

पुष्कर / अजमेर ,जीप एवँ केमल सफारी – एक ऐसा गोरखधंधा जिसमे बीते कुछ सालों से अथाह लक्ष्मी बरस रही है । ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में जियारत करने आने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगो की भारी भीड़ हर रोज पुष्कर के रेतीले धोरों में ऊंट गाड़ी का मजा लेने और ऊंची निंची बनी सैकड़ों फ़ीट गहरी खाई में जीप दौड़ाकर एडवेंचर का मजा लेने आ रही है । बगैर किसी प्रशासनिक स्वीकृति से चल रहे इस गोरखधंधा में हर कोई मलाई खा रहे है और हर किसी को उसकी योग्यता के अनुसार मलाई पहुंच भी रही है । आपको बता दे कि वर्तमान में यहां अवैध रूप से करीब 75 जगह ऐसे स्थान बने हुए है जहां से यह धंधा चलाया जा रहा है तो 200 से ज्यादा ऊंट गाड़ियां और 80 जीप चल रही है । ऊंट गाड़ी के जहां 15 सौ से 2 हजार रुपये एक घंटे के वसूले जा रहे है तो जीप के 4 से 5 हजार रुपये प्रति घंटे के लिए जा रहे है । आपको जानकर हैरानी होगी कि अजमेर से हर रोज लगभग 500 से ज्यादा गाड़ियों और ऑटो में बैठकर 4000 से ज्यादा जायरीन पुष्कर पहुंचते है ।

परंतु अब यह 100 से 200 फ़ीट बल्कि इससे भी ज्यादा गहरी और बेहद खतरनाक खाईयों में स्टंट करते हुए ड्राइवरों के साथ बेतरतीब दौड़ती हुई जीपें साक्षात मौत का फरमान बन गई है । कई कई बार तो इन खतरनाक खाइयों नौसिखिए और नाबालिक ड्राइवर आपस मे रेस भी करने लगते है । उन्हें उनके साथ मे बैठे लोगों की जान की जरा भी फिक्र नही होती । यही वजह है कि बीते कुछ समय मे ही बीस से ज्यादा गंभीर हादसे हो चुके है जिनमे कई जायरीनों की जान पर बन आई । यह संख्या तो उन हादसों की है जो उजागर हो गए , कई छोटे मोटे हादसों को तो वही के वही निपटा दिया जाता है । आज भी राजकोट गुजरात से आये 9 जायरीन जीप में सवार होने के बाद उस वक्त हादसे का शिकार हो गए जब अचानक तेज गति से दौड़ा रहे चालक ने कंट्रोल खो दिया । हादसा इतना बड़ा था कि उसमें सवार सभी के सभी 9 जायरीन बुरी तरह घायल हो गए । आनन फानन में उन्हें हॉस्पिटल लाया गया , जहां 6 घायलों का तो इलाज कर दिया गया लेकिन 3 घायलों को अजमेर रेफर कर दिया जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है ।

 

 

★ पुष्कर के जिम्मेदार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से सवाल – आखिर कब लगेगी इस गोरखधंधे पर लगाम लगेगी ?

यहां के सभी जिम्मेदार अधिकारियों से भी सवाल है । आये दिन मौत का फरमान लेकर दौड़ रही इन जीपों पर आखिर कब लगाम लगेगी ? आये दिन होने वाले हादसों के बावजूद आखिर आपने क्यों धारण कर रखी चुप्पी ? इतने हादसों के बाद भी आप नही जग रहे तो क्या किसी की मौत होने का कर रहे है इंतजार ? आखिर बगैर ड्राइविंग लाइसेंस जीपें चला रहे छोटे छोटे नाबालिक बच्चो पर कार्यवाही क्यों नही की जा रही ? बगैर परमिशन पंजाब से जीपों को मोडिफाइड करवाकर और एक्स्ट्रा पॉवर के इंजन लगवाकर सैकड़ो फ़ीट खतरनाक खाई में दौड़ा रहे इनके संचालकों के खिलाफ क्यों बरती जा रही नरमी ?

(पुष्कर के जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों से आग्रह है कि इस मामले की गंभीरता को समझे और अब तुरंत इन पर छापामार कार्यवाही करें । यदि इस गोरखधंधे पर आज और अभी से लगाम नही लगाई गई तो फिर उंगलियां तो आप सभी पर भी उठना लाजिमी है , उम्मीद है पुष्कर के रेतीले धोरों में हुआ यह गंभीर हादसा अब आखिरी घटना होगी । वर्ना हजारो जायरीन तो रोज साक्षात मौत के दर्शन करवा देने वाले इस एडवेंचर का आनंद लेने आ ही रहे हैं)
संवाद , मोहम्मद नज़ीर क़ादरी