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दयानंद महाविद्यालय व राष्ट्रीय बीजीय अनुसंधान केंद्र तबीजी लगाएगा 1000 वृक्ष

 

दयानंद महाविद्यालय के खेतों में प्रतीकात्मक रूप से आंवले के वृक्ष लगाकर किया शुभारंभ

अज़मेर । दयानंद महाविद्यालय व राष्ट्रीय बीजीय अनुसंधान केंद्र तबीजी के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार को 1000 वृक्ष लगाएं गए महाविद्यालय मीडिया प्रभारी डॉ संत कुमार ने बताया कि दयानंद महाविद्यालय प्राचार्य डॉक्टर लक्ष्मीकांत की प्रयासों से तबीजी स्थित राष्ट्रीय बीजिय अनुसंधान केंद्र तबीजी के संयुक्त तत्वावधान मैं दयानंद महाविद्यालय की डुमडा स्थित भूमि पर आंवले के 1000 वृक्ष लगाएं गए शुक्रवार को महाविद्यालय प्राचार्य डॉक्टर लक्ष्मीकांत राष्ट्रीय बीज अनुसंधान केंद्र तबीजी के निदेशक डॉ एस एन सक्सेना कृषि वैज्ञानिक प्रोफ़ेसर जिए माथुर ने पौध रोपण किया एस अवसर पर डूमाडा गांव के सरपंच सहित अनेक ग्रामीण शामिल थे,

महाविद्यालय प्राचार्य को लक्ष्मीकांत में इस अवसर पर बोलते हुए अपने संबोधन में कहा कि दयानंद महाविद्यालय व राष्ट्रीय भी अनुसंधान केंद्र के सार्थक प्रयास से पूरे से क्षेत्र को मेडिकल टूरिज्म के रूप में तैयार किया जाएगा जहां विभिन्न प्रकार की आधुनिक तकनीक से कृषि के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के अनुसंधान और औषधीय पौधे तैयार किए जाएंगे उन्होंने बताया कि क्षेत्र में अनुसंधान की अपार संभावनाएं हैं कृषको और विद्यार्थियों के प्रशिक्षण के साथ क्षेत्र में नवाचार कर आधुनिक कृषि की जाएगी उन्होंने बताया की दयानंद महाविद्यालय क्षेत्र में 1000 सदैव ऑक्सीजन देने वाले बड़ और पीपल के पेड़ लगाने की भी योजना बना रहा है जिसे पर्यावरण मैं पैदा हुई विषमताओं को संतुलित किया जा सके

इस अवसर पर अपने संबोधन में बोलते हुए कृषि अनुसंधान केंद्र के निर्देशक डॉ एस एन सक्सेना ने भी दयानंद महाविद्यालय के प्रयास की सराहना की उन्होंने बताया कि मसाला केंद्र के रिसर्च के हेतु दयानंद महाविद्यालय के कृषि फॉर्म का उपयोग किया जाएगा इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिक प्रोफ़ेसर जी एन माथुर ने भी दयानंद महाविद्यालय के प्रयास की सराहना की