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परमात्मा का प्रति पल स्मरण करने से दुःख-सुख का नही होता आभास : दामोदर दाधीच

 

प्राचीन सिन्धी शिव मन्दिर में जलझूलनी एकादशी पर किया पूजन आरती

अजमेर । मानव को अपने जीवन काल में परमात्मा का प्रति पल स्मरण करते रहना चाहिये।इससे हमको दुःख और सुख का आभास नही होगा और मानव जीवन का आवगमन का उद्वेश्य पूर्ण होकर मुक्ति को पाया जा सकता है।उपरोक्त विचार शुक्रवार को प्राचीन सिन्धी शिव मन्दिर गंज में भगवान विश्वकर्मा जयनित और प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मोत्सव के अवसर पर विशोष पूजन के अवसर पर पण्डित दामोदर दाधीच ने व्यक्त किये।
इस अवसर पर पण्डित कमलेश दुबे ने बताया कि जलझूलनी ऐकादशी को कोराना काल के कारण मन्दिर परिसर में ही मनाया गया।पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के तत्वावधान में शुक्रवार को प्राचीन सिन्धी मन्दिर गंज के उपाध्यक्ष ताराचन्द लालवानी और किशोर विधानी के नेतृत्व में पूजन किया गया।पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि गंज थाने के पीछे स्थित प्राचीन सिन्धी शिव व झूलेलाल मन्दिर में पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के राधाकिशन दौलतानी और व्यापारिक ऐसोसिएशन गंज के महासचिव गोविन्द लालवानी ने सबका अभिनन्दन किया।
प्राचीन सिन्धी मन्दिर गंज में पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर द्वारा पण्डित दामोदर दाधीच,ताराचन्द लालवानी,गंज के महासचिव गोविन्द लालवानी,किशोर विधानी,रमेश लालवानी,सिन्धू वाडी मन्दिर के रवि कलवानी एव पण्डित कमलेश दुबे का पूज्य झूलेलाल साहिब की पख्खर पहनाकर और माल्यार्पण कर अभिनन्दन किया गया।महाआरती की गई पूजन मन्दिर के पण्डित दामोदर दाधीच और पण्डित कमलेश दुबे द्वारा सम्पन्न करवाया गया।प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस पर उनकी दीर्धायु की कामना भी की गई।जलझूलनी एकादशी की सबने एक दूसरे को शुभकामनाऐं प्रदान की।पल्लव प्रार्थना के पश्चात एक दिवसीय कार्यक्रम का समापन्न किया।
संवाद , मोहम्मद नज़ीर क़ादरी