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नाले में डूबने से 7 वर्षीय बालिका की मौत

 

स्मार्टसिटी के नाम ताजनगरी वासियों की जान से खेल रहा नगर निगम

आगरा। (डीवीएनए) नगर निगम की लापरवाही की भेंट छड़ी 7 वार्षिय बालिका सड़क पर जलभराव के चलते खुले नाले में डूबी बच्ची राहगीरों की मदद से पहुँची पुलिस ने नाले के करीब एक किलोमीटर दूर से बरामद किया बच्ची का शव बालिका की मौत से परिवार में मचा कोहराम पुलिस कार्यवाही में जुटी।
थाना ताजनगरी के गोबर चौकी वार्ड में बने मुख्य नाले का कुछ हिस्सा नगर निगम द्वारा खुला छोड़ दिया गया है। जो सड़क के समीप होने से दुर्घटना को दावत देता है। लेकिन समय रहते इसको बन्द नहीं किया गया है।

मंगलवार को हुई तेज़ बारिश के चल वहां की रहने वाली 7 वर्षीय मासूम शबनूर पुत्री अकील घर के पास खुले बड़े नाले में जा गिरी। पड़ोसियों के शोर मचाने पर बच्ची की तलाश शुरू की गई। नाला पूरा बन्द होने की वजह से सफलता नहीं मिल सकी।

घटना की जानकारी पर पहुँची पुलिस ने राहत कार्य शुरू किया काफी मशक्कत के बाद नाले के अंतिम छोर से बच्ची का शव बरामद किया गया। बच्ची की मौत से पूरे परिवार में कोहराम मच गया है। अगर नगर निगम द्वारा समय रहते नालों को बंद कर दिया होता तो शायद बच्ची आज ज़िंदा होती। नगर निगम की इस लापरवाही का खामियाज़ा बच्ची को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। अब शायद प्रशासन होश में आये और शहर भर में खुले नालों को बंद करने का काम करे। हादसे से पहले न जनप्रतिनिधियों को कोई होश रहा न नगर निगम को लोगों में इस लापरवाही के चलते गहरा आक्रोश है।

स्मार्ट सिटी के नाम पर सिर्फ खोखले दावे किए जा रहे हैं। कहीं खुदी सड़कें तो कहीं नाले और सीवर उफान मार रहे हैं। सफाई के नाम पर बस खानापूर्ति की जा रही है।
संवाद , दानिश उमरी