सीतापुर-DVNA। प्रदेश की योगी सरकार 4 वर्षाे के कार्यकाल को सुशासन का स्वर्णिम युग बता कर जहां पीडितों को हर हाल में न्याय दिलाने की बात कह कर अपनी पीठ थपथपा रही है। वहीं कोतवाली पुलिस के प्रभारी अधिकारी ने मृतका के भाई व पिता को हुयी घटना में दी गई तहरीर पर मुकदमा लिखने के बजाय बैरंग लौटा दिया है। मृतका के भाई व पिता जहां अपनी फरियाद के लिए दर.दर भटक रहे हैं तो पुलिस ने अब तक मामले में मुकदमा तक दर्ज नहीं किया है।
जानकारी के अनुसार 22 अगस्त बुधवार को कोतवाली इलाके की बड़ागांव चौकी के अंतर्गत एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। मायके पक्ष के लोगों में मृतका के पिता ने ससुराल पक्ष के लोगों पर दहेज प्रताडना के चलते जान से मारकर कुएं में डाल देने का आरोप लगाया है। मृतका के पिता ने एक तहरीर थाने में दी। जिस पर कोतवाली पुलिस के द्वारा अब तक कोई भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। मृतका के पिता मुन्ना लाल वर्मा पुत्र स्व रूद्र प्रताप वर्मा निवासी उरदौली के द्वारा वर्ष 2004 में अपनी पुत्री रिंकी की शादी खेरवा गांव के निवासी दीपेंद्र वर्मा पुत्र जसपाल वर्मा के साथ अपनी सामर्थ्य अनुसार दान दहेज देकर की गई थी।
जिसके बाद ससुराल पक्ष के लोग आए दिन रिंकी को दहेज प्रताडना देकर मारपीट कर परेशान किया करते थे और जान से मारने की धमकी देते थे। 22 अगस्त को पुत्री की मौत की सूचना मिलने पर परिवार के साथ पहुंचे मुन्नालाल को उनकी पुत्री रिंकी की लाश मकान के समीप कुए के किनारे लावारिस अवस्था में मिली। परिजनों के द्वारा घटना की सूचना पुलिस को दी गई। जिस पर इलाकाई पुलिस ने तहरीर लेकर पंचनामा भरकर लाश को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया था। हालांकि कोतवाली पुलिस घटना में रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय पीएम रिपोर्ट का हवाला दे रही है।
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