मौलाना कलीम सिद्दीकी बाइज्जत रिहाई के लिए राष्ट्रपति के नाम डीसी को दिया मेमोरेंडम
जालंधर : मुसलमानों के धर्मगुरु मौलाना कलीम सिद्दीकी साहब को झूठे धर्मांतरण के मामले में यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार करने के खिलाफ मुल्क भर के मुसलमानों में रोष पाया जा रहा है। उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ आज मस्जिद ए कुबा खांबरा, मस्जिद इमाम नासिर, मस्जिद बिलाल अशोक नगर, मस्जिद आलीशान, मस्जिद फिरदोस ज्योति चौक, मस्जिद रेलवे रोड, मस्जिद स्टेट समेत शहर की तमाम मस्जिदों से रोष रैली पीरजादा सैयद नासिर उद्दीन, उस्मान कुरैशी, मजहर आलम मजाहिरी, कलीम आजाद, कलीम आजाद, नासिर सलमानी, अख्तर सलमानी, जब्बार खान , अब्दुल बारी सलमानी, आबिद हसन सलमानी, हाजी जहीर, इरशाद प्रधान, आकिब जावेद सलमानी, अलाउद्दीन चांद, मोहम्मद जब्बीर, अब्दुल मन्नान खान स्टेट मस्जिद, नौशाद प्रधान शिवनगर नागरा की अध्यक्षता में निकाली गई और डीसी घनश्याम थोरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम मेमोरेंडम दिया गया।
प्रोटेस्ट को संबोधित करते हुए करते हुए समूह मुस्लिम भाईचारे के लोगों ने कहा कि मौलाना कलीम सिद्दीकी का संपूर्ण इतिहास सांप्रदायिक सौहार्द व एक सम्मानित इस्लामिक विद्वान का रहा है। एक सम्मानित व्यक्ति की पहले गिरफ्तारी व बाद में जांच समझ से परे है। उन्होंने कहा कि मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी भाजपा कि योगी सरकार ने बहुत जल्दबाजी में की है। जो उनकी मंशा पर सवाल खड़े करते है। किसी सम्मानित व्यक्ति की गिरफ्तारी से पूर्व पहले सघन जांच तथा जांच में तथ्य सही पाये जाने पर ही गिरफ्तारी की जाती है।
खांबरा मस्जिद प्रधान मजहर आलम मजाहिरी ने मस्जिद ए कूबा से निकाली गई रैली को संबोधित करते हुए कहा किने कहा कि ऐसे प्रकरणों में बिना जांच के जेल भेजने तथा बाद में निर्दोष सिद्ध होने पर भी उनका सम्मान वापिस नहीं होता है। मौलाना कलीम सिद्दीकी का क्षेत्र उनकी उदारता एवं विद्वता की प्रशंसा करता रहा है। लोकतंत्र में इस तरह के कार्य दुर्भाग्यपूर्ण हैं। मौलाना व उनके साथियों को जिस तरह प्रदेश सरकार झूठे मुकदमों में फंसाना चाहती है इससे देश व प्रदेश में शांति व्यवस्था को आघात पहुंचा है। उन्होंने कहा कि मौलाना कलीम सिद्दिकी को जब तक रिहा नहीं किया जाएगा तब तक विरोध दर्ज कराते रहेंगे।
वहीं शहर के समाधि व धार्मिक नेताओं ने कहा कि मौलाना कलीम सिद्दीकी पर लगाए गए आरोप पर निंदा किया। साथ ही बताया कि भारतीय जनता पार्टी 2022 के चुनाव से पहले हिंदू मुस्लिम वोट कार्ड खेलकर चुनाव का ध्रुवीकरण कर रही है। अगर मौलाना पर कोई आरोप है तो पहले उसकी जांच की जाती उसके बाद जब उन पर आरोप तय हो जाते उसके बाद गिरफ्तारी की जाती। लेकिन बिना जांच किए ही मौलाना की गिरफ्तारी बेहद अफसोसजनक है जिसकी हम निंदा करते हैं।
इस अवसर पर अब्दुल मन्नान अयूब जोहरी खबरा फरीद खान नदीम सलमानी अली हुसैन सलमानी शहजाद सलमानी सुलेमान सलमानी, मोहम्मद गुलाब, जावेद सलमानी, अयूब दुग्गल, अलाउद्दीन चांद, मुख्तार भाई, मो. गुलाब ,जावेद सलमानी, मो. निहाल, मो. नौशाद, मो. फरीद, हाजी जहीर, नसीम ठेकेदार, इरशाद प्रधान मो. जब्बीर ,शहजाद काशफी, मास्टर आलम इदरीसी मौजूद थे।
संवाद , मज़हर आलम