रिपोर्ट: अज़मत अली
बाराबंकी। समाजसेवी,शायर व राष्ट्रीय सहारा उर्दू फतेहपुर के संवाददाता अब्दुल गफ्फार आज़ाद (56)का सोमवार सुबह लखनऊ में इलाज के दौरान निधन हो गया। उनकी नमाज़ ए जनाजा बाद नमाज़ मगरिब अदा करने के बाद सैकड़ों सोगवारों की मौजूदगी में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया।
ज्ञात हो कि पत्रकार अब्दुल आज़ाद काफी समय से सांस की बीमारी से पीड़ित थे। बीती रात उनकी तबियत अचानक बिगड़ने पर परिजन उन्हें कस्बे के एक निजी अस्पताल ले गए जहां से लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया। लखनऊ स्थित लारी में इलाज के दौरान सोमवार सुबह का इंतकाल हो गया। उनके निधन की खबर जैसे ही कस्बे में आम हुई कि हर तरफ सोक की लहर दौड़ गई, काफी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए फतेहपुर कस्बे की लोहार वाली गली उनके आवास पहुंचने लगे।बतातें चलें कि मरहूम ने अपनी पत्रकारिता की शुरुआत रोज़नामा क़ौमी आवाज़ से किया था, उसके बाद राष्ट्रीय सहारा उर्दू से वाबस्ता हो गए,लगभग 25 साल तल उन्होंने पत्रकारिता जगत में अपनी सेवा अंजाम दी,उन्हें कई एवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है। मरहूम की बाद नमाज़ मगरिब मुफ्ती नजीब क़ासमी की इक़तिदा में नामज़ जनाज़ा अदा करने के बाद सोहबतिया बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। इस मौके पर पूर्व मंत्री फरीद महफूज़ किदवई, पूर्व चेयरमैन मोहम्मद मशकूर,चेयरमैन प्रतिनिधि बेलहरा अयाज खान,सपा जिलाध्यक्ष हाफिज अयाज़,वरिष्ठ पत्रकार हशमतुल्लाह,नसीम गुड्डू, मुफ्ती उमैर,नजमुल हसन अंसारी, फहीम सिद्दीकी, मंसूर खान समेत तमाम पत्रकार, अधिवक्ता व समाजसेवी मौजूद रहे।