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गांधी स्मृति उद्यान : सेल्फी पाइंट तैयार, ओपन एयर थियेटर लेने लगा आकार

अजमेर । स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा हरिभाऊ उपाध्याय नगर ( विस्तार ) में गांधी स्मृति उद्यान का निर्माण कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहा है। उद्यान में चार दीवारी बनकर तैयार हो गई है एवं उस पर रेलिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। यहां पर सेल्फी पाइंट बनकर तैयार हो गया है और ओपन एयर थियेटर आकार लेने लगा है। जल्द ही यहां पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की कांस्य प्रतिमा लगाई जाएगी।
जिला कलक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री प्रकाश राजपुरोहित के मार्ग दर्शन में गांधी स्मृति उद्यान का कार्य प्रगतिरत है। हरिभाऊ उपाध्याय नगर ( विस्तार ) में 14 हजार 600 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में 6.87 करोड़ की लागत से उद्यान का निर्माण कार्य किया जा रहा है। उद्यान में ग्राउंड फ्लोर का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। फर्स्ट फ्लोर का कार्य प्रगतिरत है। ग्राउंड फ्लोर पर इंटर पिटीशन थियेटर बनाया जाएगा। थियेटर में सौ लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। यहां पर आने वाले लोग गांधी जी से जुड़े चलचित्रों को देखकर उनके सिद्धांतों को आत्मसात कर सकेंगे। यह थियेटर सांस्कृति कार्यक्रमों के उपयोग में भी आ सकेगा। इसी प्रकार ओपन एयर थियेटर भी आकार लेने लगा है। यहां पर लाइब्रेरी का भी निर्माण प्रस्तावित है। गांधी जी से जुड़े साहित्य उपलब्ध होंगे। उल्लेखनीय है कि उद्यान में वाटर बाडी बनकर तैयार हो गई है। बरसात के दौरान पहाड़ों से आने वाला पानी यहां पर आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। शौचालय भी बनकर तैयार हो गया है। टाइल्स लगाने का कार्य प्रगतिरत है।
उद्यान की यह प्रमुखताएं …
यहां पर पैरामैट्रिक डिजाइन का आधुनिक भवन बनाया जा रहा है। जिसमें प्रदार्शनी इन्टरप्रिटेशन सेंटर, लाइब्रेरी एवं कैफेटेरिया की सुविधाएं होंगी। उद्यान में महात्मा गांधी जी के जीवन चरित्र से जुड़ी स्टेच्यू लगाई जाएगी। उद्यान में डांडी यात्रा का चित्रण किया जाएगा। उद्यान में चरखा चलाते, चरण पादूका एवं तीन बंदर पर्यटकों के लिए आकर्षक का केंद्र होंगे। ऊंचाई से देखने पर गांधी जी की आकृति नजर आएगी। गांधी स्मृति उद्यान में गांधी जी के जीवन से संबंधित सेल्फी पाइंट बनाए जाएंगे।
प्राकृतिक नजारा देखते ही बनेगा
हरिभाऊ उपाध्याय नगर ( विस्तार ) कॉलोनी में बन रहे गांधी स्मृति उद्यान का प्राकृतिक नजारा देखते ही बनेगा। चारों ओर पहाड़ होने से यहां की छटा देखते ही बनती है। प्राकृतिक वातावरण होने से चारों तरफ हरियाली है। इस प्रोजेक्ट में प्राकृतिक चट्‌टानों के मूल स्वरूप को बरकरार रखा गया है। उद्यान में पाथ वे का निर्माण किया जा रहा है। खाली जमीन पर घास एवं पेड-पौधे लगाए जाएंगे। बरसात के मौसम में यहां की प्राकृतिक छटा देखते ही बनेगी और पहाड़ों पर बरसाती झरने गिरते नजर आते हैं। गांधी स्मृति उद्यान स्थानीय लोगों के साथ देशी एव विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षक का केंद्र होगा।
संवाद, मोहम्मद नज़ीर क़ादरी