कानपुर (DVNA)। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट हॉस्पिटल में लापरवाही की इंतहा कर दी गई। एक जान ने दुनिया में पहली सांस ली और अगले ही पल दम तोड़ दिया। हद तो यह है कि मां टॉयलेट गई थी, जहां मासूम का जन्म हुआ और साइफन में बच्चे का सिर फंस गया, जिसे निकालने के लिए सीट तोडऩी पड़ी। महिला की हालत गम्भीर बनी है।
शिवराजपुर के कंठीपुर निवासी हसीन जहां को तेज बुखार और कम प्लेटलेट के साथ हैलट इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। वह 32 सप्ताह की गर्भवती भी थीं। खून की कमी थी। बुधवार रात 12:30 डेंगू की जांच किए बगैर उन्हें डेंगू वार्ड में भेज दिया गया। पति मोबीन का आरोप है कि वार्ड नम्बर सात के बेड 42 पर उन्हें भर्ती तो कर लिया मगर किसी डॉक्टर ने देखा नहीं। ड्यूटी पर तैनात एक महिला जूनियर डॉक्टर से फरियाद की तो वह बोलीं यह गायनी का मामला है। अचानक तेज दर्द से हसीन जहां तड़पने लगी। उन्हें शौचालय की ओर ले जाया गया। सीट पर प्रसव हो गया और बच्चा उसमें फंस गया।
रात में कर्मचारियों ने सीट तोड़कर बच्चे का शव निकाला और घरवाले शव लेकर घर चले गए। महिला गम्भीर अवस्था में भर्ती है। प्राचार्य प्रो. संजय काला का कहना है कि महिला को ब्लड कम था। प्लेटलेट भी कम थे। उसका बच्चा पेट में ही मरा हुआ था, इसलिए प्रसव हो गया। महिला का इलाज किया जा रहा है। डयूटी डॉक्टर से जानकारी ली जा रही है।
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