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आसिफ शेख और पीयूष सहदेव ‘वल्र्ड फूड डे‘ के मौके पर बता रहे हैं दिल्ली के लजीज व्यंजनों और खाने के मशहूर ठिकानों के बारे में

नई दिल्ली, भारत को सिर्फ यहां की सांस्कृतिक और पारंपरिक विविधता के लिये ही नहीं जाना जाता, बल्कि यह अपने विविधतापूर्ण खान-पान के लिये भी मशहूर है। प्रत्येक प्रांत का पारंपरिक व्यंजनों को बनाने का अपना तरीका होता है और उसके लिये अलग-अलग तरह की सामग्रियों का भी इस्तेमाल किया जाता है, जो स्थानीय पकवानों को और भी खास बनाते हैं। ठीक इसी तरह, दिल्ली अपने कई स्वादिष्ट व्यंजनों के लिये मशहूर है,जिसने सभी के दिलों में खासकर दिल्लीवासियों के दिलों में एक विशेष जगह बनायी है। ‘वल्र्ड फूड डे‘ के मौके पर एण्डटीवी के कलाकारों आसिफ शेख (‘भाबीजी घर पर हैं‘ के विभूति नारायण मिश्रा) और पीयूष सहदेव (‘मौका-ए-वरदात- ऑपरेशन विजय के पुलिस इंस्पेक्टर पीयूष राठौर) जो मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हैं, उन्होंने इस शहर के व्यंजनों के प्रति अपना प्यार दिखाते हुये खाने की चुनिंदा और मशहूर जगहों के बारे में बताया।
आसिफ शेख कहते हैं, ’’पराठे, चाट, बटर चिकन, कबाब, छोले भटूरे, बिरयानी, रोल्स, निहारी, मोमोज और कई तरह की पारंपरिक मिठाइयों का स्वाद जो दिल्ली में मिलता है वो किसी और शहर में मिलना नामुमकिन है। दिल्ली की कुछ जगह खाने के लिए काफी लोकप्रिय हैं। मुझे खासतौर पर पसंद हैं जामा मस्जिद में करीम्स, गुलफाम कश्मीरी वज़वान,और निज़ामुद्दीन दरगाह में ग़ालिब कबाब कॉर्नर, मोती महल में बटर चिकन और डेफ कर्नल मार्केट में निज़ाम की काठी रोल्स, करोल बाग में रोशन दी कुल्फी, बंगाली मार्केट में पानी पुरी, सीआर पार्क में मटन चॉप्स,पंडारा रोड पर रेस्तरां और भी बहुत कुछ। मुंह में पानी लाने वाले दिल्ली के ये व्यंजन चखना तो बनता है। मुझे दिल्ली का खाना बहुत पसंद है,इसलिये जब भी मैं दिल्ली जाता हूँ तो इन लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाना नहीं भूलता। पीयूष सहदेव कहते हैं,“जब भी कोई मुझसे दिल्ली के बारे में पूछता है, तो सबसे पहले मेरे दिमाग में खाना आता है। स्ट्रीट वेंडर्स और रेस्तरां द्वारा परोसे जाने वाले व्यंजनों को चखे बिना दिल्ली का सफर अधूरा है। मेरे कुछ पसंदीदा खानों में छोले भटूरे, चाट, पराठे, भेलपुरी और आलू टिक्की शामिल हैं। दिल्ली के हर नुक्कड़ और कोने में खाने की कुछ अनोखी चीजें मिल ही जाती है। दिल्ली में खाने की कुछ मशहूर जगहों में हैं पराठे वाली गली, चांदनी चैक, जामा मस्जिद, पंडारा रोड स्टॉल, बंगाली मार्केट, सीआर पार्क, करोल बाग में खाओ गैलिस, चाणक्यपुरी, कनॉट प्लेस में मोमोज लेन और मैं शर्त लगाकर कह सकता हूं कि यह लिस्ट अभी आधे से भी कम है। इस ‘वल्र्ड फूड डे‘ पर,हमें आभार व्यक्त करना चाहिये कि हम इन व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते हैं।”इसलिये,यदि आपने अभी तक दिल्ली में इन लोकल व्यंजनो को नहीं चखा है,तो आप वास्तव में कुछ मिस कर रहे हैं!
देखिये, आसिफ शेख को ’विभूति नारायण मिश्रा के रूप में हर सोमवार से शुक्रवार रात 10ः30 बजे ‘भाबीजी घर पर हैं में और ‘मौका-ए-वरदात-ऑपरेशन विजय ‘ में पीयूष सहदेव को ’पुलिस इंस्पेक्टर पीयूष राठौर के रूप में शाम 7 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार सिर्फ एण्डटीवी पर!
संवाद , सादिक़ जलाल