नई दिल्ली: केंद्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद (के.यू.चि.अ.प.), आयुष मंत्रालय, भारत सरकार ने शनिवार, 16 अक्टूबर, 2021 को पुरानी फाइलों की समीक्षा और उन्हें हटाने के लिए एक विशेष अभियान का आयोजन किया। यह अभियान आयुष मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छ भारत अभियान का एक हिस्सा था। इस अभियान के अंतर्गत शनिवार को के.यू.चि.अ.प. कार्यालय खोला गया और पुरानी फाइलों की समीक्षा की गई और अनावश्यक फाइलों को अलग किया गया ताकि फाइलों का बोझ कम हो सके। जिन कार्यों को तत्काल हल किया जा सकता था उन्हें किया गया और अनावश्यक फाइलों को हटा दिया गया।
प्रो. आसिम अली ख़ान, महानिदेशक, के.यू.चि.अ.प. और सलाहकार (यूनानी), आयुष मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार के रिकॉर्ड प्रतिधारण अनुसूची का सख़्ती से पालन करते हुए आयुष मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार पुरानी फाइलों की समीक्षा और अनावश्यक फाइलों को हटाने का विशेष अभियान चलाया गया था। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया पूरे माह जारी रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि अभिलेखों की समीक्षा की गई है ताकि तथ्यों को न तो समय से पहले नष्ट किया जा सके और न ही आवश्यक समय सीमा से अधिक रखा जा सके। उन्होंने कहा कि परिषद “स्वच्छ भारत: सुरक्षित भारत” को बढ़ावा देने के लिए अपने मुख्यालय समेत देश भर के सभी केंद्रों / इकाइयों में स्वच्छ भारत अभियान चला रही है।