जालंधर, (मजहर)- पंजाब वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुनैद रजा खान के इस्तीफे के बाद वक्फ बोर्ड का नया चेयरमैन कौन होगा इसे लेकर सस्पेंस बना हुआ है। लोग तरह-तरह के अनुमान लगा रहे हैं। कुछ कांग्रेसी लीडर अपनी फाइलें सीएम हाउस तक पहुंचा चुके हैं और इस पर जबरदस्त मेहनत कर रहे हैं कि शायद हमारा भी नंबर लग जाए।
सूत्रों के मुताबिक चेयरमैन बनाने के लिए एक लॉबी पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू से संपर्क बनाए हुए हैं जो अपनी मर्जी से चेयरमैन बनाने पर बजिद हैं। वहीं दूसरी तरफ पंजाब भर के मुसलमान मांग कर रहे हैं के चेयरमैन उस शख्स को बनाया जाए जो हर तरह से पाक साफ छवि के हों। यह तो अस्पष्ट है की इन्हीं मेंबरों में से एक को बोर्ड का चेयरमैन लगाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक पंजाब वक्फ बोर्ड पर हमेशा से मालिरकोटला का ही दबदबा रहा है।
सूत्रों का यह भी कहना है कि जुनैद रजा खान को चेयरमैन बनाना ही गलत था। उन्हें न तो पंजाब की राजनीति का ज्ञान था और न ही काम करने का तरीका।अगर जुनैद रजा खान ने 18 अक्टूबर को इस्तीफा नहीं दिया होता, तो उन्हें जबरन पद से हटा दिया जाता। सूत्रों का यह भी कहना है कि जुनैद रजा खान को पहले से ही पता था कि कैप्टन अमरिंदर के बाद अब हमारा नंबर है। इसी आहट के बीच उन्होंने इस्तीफे से तीन दिन पहले ही अपना सारा सामान रामपुर भेजना शुरू कर दिया था।
क्यों देना पड़ा जुनेद रजा खान को चेयरमैनशिप से इस्तीफा
सूत्रों के मुताबिक वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुनैद रजा खान को पंजाब के पूर्व चेयरमैन कैप्टन अमरिंदर सिंह से नजदीकियों के लिए इनाम दिया गया था।। इसलिए कैप्टन के चहेते जुनैद रजा खान को वक्फ बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया। जब से जुनैद रजा खान को बोर्ड का सदस्य बनाया गया था , पंजाब भर के मुसलमान जुनैद रजा खान की तलाश में थे, लेकिन जब बोर्ड की पहली बैठक हुई जिसमें अध्यक्ष चुना गया, तब पता चला कि वह रामपुर से लाए गए हैं उनकी झूठी इंक्वायरी पटियाले से कराई गई। अब यह भी मांग उठने लगी है कि जब जुनेद रजा खान पटियाला में कभी आ कर रहे ही नहीं तो उनका ऐड्रेस प्रूफ किस तरह से रिपोर्ट की गई कि यह वह पटियाला के रहने वाले हैं। सूत्र यह भी बताते हैं के जिन पुलिस ऑफिसर ने जुनेद रजा खान के एड्रेस को क्लीयरेंस दी थी। उसकी भी जांच होगी।