हजारो लोगो की मौजूदगी मे उन्हें कब्रिस्तान पठानान मे सुपुर्द ए खाक किया
सीकर।राजस्थान की मशहूर शख्सियत व इस्लामिया स्कूल के प्रिंसिपल रहने के अलावा सरकारी व गैर सरकारी राज्य व राष्ट्रीय समारोह के उद्घोषक रहे सीकर शहर निवासी हाजी नूर मोहम्मद पठान ने दुनिया को अलविदा कहा।
तकरीबन छयासी साला हाजी नूर मोहम्मद पठान राजस्थान के बेस्ट हज ट्रेनर वाले के अलावा चालीस साल से अधिक समय तक जिला स्तरीय आयोजित होने वाले सरकारी गणतंत्र व स्वतंत्रता दिवस समारोह का भलीभांति संचालन करते आये है।
बेस्ट शिक्षक के तौर पर राष्ट्रपति पदक से सम्मानित हाजी पठान अपने जीवन मे अनेक तरह के आयाम खड़े किये।वो सालो तक एक दैनिक अखबार मे कालम लिखते रहे वही सदियों पुराने डाक टिकट, अखबार, सिक्के व विभिन्न तरह की नायाब वस्तुओं का संकलन उनकी रुचि का खजाना उनके घर मे मोजूद है। उन्होंने अपने घर मे एक कमरे को इन्हीं खास चिजों से सजा रखा था जिनको देखने को दूर दूर से लोग उनके पास आया करते थे। बेस्ट हैंड राइटिंग के धनी होने के कारण सरकारी व गैरी सरकारी आयोजित होने वाले कार्यक्रमों मे दिये जाने वाले सर्टिफिकेट पर उनसे नाम लिखवाया जाना आम प्रचलन रहा है।
संवाद ,अशफाक कायमखानी