कोविड-19 के कारण बंद कर दिए गए थे आंगनबाड़ी केंद्र, अब फिर से हुए गुलजार
शुक्रवार से शुरू हुए कार्यक्रम, मार्च 2022 तक विभिन्न गतिविधियों का आयोजन होगा
आगरा, कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद आंगनबाड़ी केंद्रों पर फिर से गतिविधियों को शुरू कर दिया। केंद्रों पर छोटे-छोटे समूहों में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कराते हुए कार्यक्रम होंगे। पहले दिन शुक्रवार को पोषण अभियान के अंतर्गत हैंडवॉश डे मनाया गया। इसमें बच्चे, किशोरी-किशोर और महिलाएं-पुरुष शामिल हुए। सभी को हाथ धोने के सही तरीकों की जानकारी दी गई। कोरोना वायरस के दृष्टिगत आंगनबाड़ी केंद्र बंद होने के कारण वित्तीय वर्ष 2021-22 में अभी तक कोई भी सामुदायिक गतिविधि का आयोजन नहीं किया गया। अक्टूबर माह में एक बार फिर से गतिविधियां शुरू करने की तैयारी की गई। जिसके तहत पूरा कार्यक्रम जारी किया गया।
इसी कड़ी में शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्रों पर हैंडवॉश डे मनाया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब यादव ने बताया कि आज जनपद के आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण अभियान के अंतर्गत हैंडवॉश डे कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें बच्चों के हाथ धोने से संक्रमक रोग से बचाव की जानकारी दी गई।
सीडीपीओ (अरबन) राय साहब यादव ने बताया कि शहर के पांच सौ आंगनबाड़ी केंद्रों पर हैंडवॉश डे कार्यक्रम हुआ। जिसमें आंगनबाड़ी ने अभिभावकों व आमजन को सुमन—के फार्मूला से हाथ धोने के तरीके बताए गए। इस बीच कोविड प्रोटोकॉल के तहत हाथों को धुलाया गया। संदेश दिया कि जिस तरह कोविड में हाथों धोकर कोविड से बचाव किया। उसी तरह अन्य बीमारियों से भी साफ-सफाई को हरा सकते हैं।
सभी को साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया, जिससे रोगों से बचाव किया जा सकें।
आंगनबाड़ी केंद्र नाई की मंडी द्वितीय पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मालती द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र पर उपस्थित सभी बच्चों को सुमन-के फार्मूला के तहत हाथ धोने के तरीके के स्टेप्स बताए गए, साथ ही बच्चों को साफ-सफाई रखने और अपने हाथों को साफ रखने के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद कोविड प्रोटोकॉल के तहत बच्चों को मास्क के बारे में जानकारी दी। उन्हें बताया कि मास्क लगाने से सभी बीमारियों से बचाव हो सकता है, साथ ही कोरोना से बचाव होगा। इस मौके पर बुखार, डेंगू, मलेरिया के बारे में जानकारी दी। अभिभावकों को बताया कि बुखार आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सीय सलाह लें, जिससे समय पर उपचार शुरू हो जाए।
यह होंगे कार्यक्रम
सीडीपीओ ने बताया कि दो नवम्बर को वजन दिवस मनाया जाएगा। जिसमें शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों का वजन लिया जाएगा। नौ नवम्बर को अन्नाप्राशन दिवस में छह माह की आयु पूर्ण कर चुके बच्चों का अन्नप्राशसन होगा। 23 को किशोरी दिवस पर 11 से 14 वर्ष की स्कूल न जाने वाली किशोरी और बालिकाओं के मध्य कार्यक्रम होगा। 30 को एक बार फिर से हैंडवॉश डे मनाया जाएगा। इसी तरह दिसम्बर महीने में यही कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मार्च महीने तक कार्यक्रमों का सिलसिला विधिवत जारी रहेगा।
हाथों की सही सफाई ‘सुमन-के’ के नियम
-साबुन-पानी से हाथों की सही तरीके से सफाई के छह प्रमुख चरण बताये गए हैं, जिसे सुमन-के विधि से समझा जा सकता है। एस का मतलब है पहले सीधा हाथ साबुन-पानी से धुलें, यू- फिर उलटा हाथ धुलें, एम-फिर मुठ्ठी को रगड़-रगड़कर धुलें, ए- अंगूठे को धुलें, एन-नाखूनों को धुलें और के- कलाई को अच्छी तरह से धुलें। इस विधि से हाथों की सफाई की आदत बच्चों में बचपन से ही डालनी चाहिए और उसकी अहमियत भी समझानी चाहिए ।
इन स्थितियों में हाथों की स्वच्छता का रखें खास ख्याल :
-खाना बनाने और खाना खाने से पहले
-शौच के बाद
-नवजात शिशु को हाथ लगाने से पहले
-खांसने या छींकने के बाद
-बीमार व्यक्तियों की देखभाल के बाद
-कूड़ा-कचरा निपटान के बाद