राजनीति

मुसलमान समझ गए हैं कि अखिलेश कोआजम के बजाए जिन्ना क्यों याद आ रहे हैं- शाहनवाज़ आलम

स्पीक अप माइनॉरिटी कैंपेन # 20 में बोले अल्पसंख्यक कांग्रेस पदाधिकारी

लखनऊ। प्रदेश में प्रियंका गांधी की बढ़ती लोकप्रियता से घबराये अखिलेश यादव ने जानबूझ कर जिन्ना का नाम लिया ताकि भाजपा सियासी बहस में पाकिस्तान और तालीबान ला दे और माहौल सांप्रदायिक हो जाए। लेकिन उनके इस साज़िश को लोग समझ रहे हैं और कोई भी उनके बहकावे में नहीं आयेगा।

ये बातें आज अल्पसंख्यक कांग्रेस नेताओं ने हर रविवार को फेसबुक लाईव के माध्यम से होने वाले स्पीक अप अभियान की बीसवीं कड़ी में कहीं।

अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने अपने संबोधन में कहा कि अखिलेश यादव को आजम खान की याद नहीं आती। उन्हें जिन्ना की याद आ रही है ताकि भाजपा भी पाकिस्तान और तालीबान की एंट्री करा दे और चुनाव से जनता के मुद्दे गायब हो जाएं जिन्हें प्रियंका गांधी लगातार उठा रही हैं। शाहनवाज़ आलम ने कहा कि भाजपा और सपा की आपसी मिलीभगत को अब प्रदेश की जनता समझ चुकी है।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुस्लिम समाज देख रहा है कि अखिलेश यादव न तो सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलन के पुलिस दमन पर कुछ बोलते हैं ना आज़म खान पर। उनका जातिगत वोट बैंक भी अपने मुस्लिम प्रत्याशियों को वोट नहीं देता। मुस्लिम समाज में आई यह जागरुकता प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता में ले आयेगा।