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दरगाह कमेटी को पेश किए नायब कुरआन शरीफ़ के नुस्खे

निशानें अख्तर ने पेश किए कुरआन शरीफ़ के नुस्खे

अजमेर । महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती रह. की प्रबन्ध कमेटी दरगाह कमेटी दरगाह ख्वाजा साहब अजमेर को निशानें अख्तर, मुंबई की ओर से कुरआन शरीफ़ के दो नायब नुस्खे पेश किए गए हैं। महफिल खाने में आयोजित एक कार्यक्रम में निशाते अख्तर के कन्वीनर इमरान दादानी ने अपनी पूरी टीम के साथ यह कुरआन शरीफ़ नाज़िम अशफ़ाक हुसैन को सुर्पुद किए। नाज़िम हुसैन ने बताया की यह कुरआन शरीफ़ हमारे लिए बहुत ही अहम तोहफे हैं, और हम कोशिश करेंगे की इन कुरआन शरीफ़ से ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस से जियारत करवा सकें। इन कुरआन शरीफ को मेहमूद अहमद अब्दुल हक शेख ने किताबत की है, अनवर अहमद खान आर्टिस्ट, मोहसिन जलील फैजी ग्राफ्किस डिजाईनर, जुनैद अब्दुल रज्जाक मर्चेंट प्रिंटींग मैनेजर।

यह है विशेषता

यायी कुरआन: यह कुरआन शरीफ़ का पहली कॉपी है जो दरगाह शरीफ़ में पेश की गई है। इस कुरआन शरीफ़ में हर लाईन अरबी शब्द ‘य‘ से शुरू होती है। इसके साथ ही होरिजेन्टल फार्म में 11 इंच लम्बाई 28 इंच चौड़ाई का है और कुल इसमें 60 पेज है।

अल्फी कुरआन: अल्फी कुरआन शरीफ़ की हर लाईन अरबी के अलीफ शब्द के साथ शुरू होता है ।