अन्य

उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की वजह से किसानों की याद आई , सोमबीर यादव

लेकिन किसानों की शहादत का जिम्मेदार कौन?
अब कृषि बिलों को वापस करना चुनावी खैरात है

आगरा (डीवीएनए ), किसान नेता सोमबीर यादव ने तीनो कृषि बिलों को सरकार द्वारा वापिस लेने की प्रधानमंत्री घोषणा का स्वागत किया है,
किसान नेता ने कहा है कि अगर सरकार इन तीनों काले कानूनों को लागू नहीं करती, तो किसान दिल्ली की सड़कों पर भरी सर्दी और गर्मियों में पड़ा नही रहता, सात सौ से ज्यादा किसान शहीद हो गए, लेकिन प्रधानमंत्री महोदय ने एक दिन भी किसानों के लिए शोक तक व्यक्त नहीं किया।
कितनी माताओं बहिनों की माँग का सिन्दूर उजाड़ने का काम हैं कितने बच्चों को अनाथ कर दिया आखिर इसका जिम्मेदार कौन हैं?
यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव आने वाले हैं।इसलिए किसानों की वोटों को बटोरने के लिए किसानों की याद आ गई है। 11 महीने से किसान परेशान था।
तब देश के प्रधानमंत्री महोदय ने किसानों के पास जाकर बात तक करना उचित नहीं समझा।किसान सरकार के जुल्मों को कभी नहीं भूलेगा। शहीद किसानों के परिजनों को एक एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाना चाहिए। तथा शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए।एमएसपी पर कानून बनाया जाना है।तब कही किसान सन्तुष्ट हो पाएगा। नही तो किसान आंदोलन करता ही रहेगा,
संवाद , दानिश उमरी