बरेली: मुंबई में हुए आतंकवादी हमले की 13वीं बरसी के मौके पर मौलाना मन्नान रजा खान, मन्नान मियां साहिब और रजा एकेडमी के प्रमुख अल्हाज मुहम्मद सईद नूरी साहब ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सर से पाँव तक आतंकवाद में डूबे हुए मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को फांसी दी जानी चाहिए।
हज़रत मौलाना मन्नान रजा खान मन्नानी मियां ने 26/11 आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि इस हमले ने देशवासियों को आतंकित किया था। इस्लाम में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है। इस्लाम शांति और प्रेम का धर्म है। हाफिज सईद जैसे आतंकवादी जिन्होंने हमारी मातृभूमि भारत में खूनी खेल खेलकर मुंबई को लहूलुहान किया, वे कभी मुसलमान नहीं हो सकते। वे सब बर्बर जानवर हैं। उन्होने कहा कि वे मांग करते हैं कि आतंकवादी हाफिज सईद को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जाए।
वहीं अल्हाज मुहम्मद सईद नूरी बानी रजा अकादमी ने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि हाफिज सईद 26/11 हमलों का मास्टरमाइंड है। उससे मुंबई आतंकवादी हमले में जान गंवाने वाले 175 लोगों और 3 घायल लोगों का बदला फांसी देकर लिया जाना चाहिए। आतंकवादी हाफिज सईद को सार्वजनिक चौराहे पर फांसी पर लटकाना चाहिए। इस जानवर को कैद करना या उसे आजीवन कारावास की सजा देना काफी नहीं है। उसे सिर्फ और सिर्फ फांसी ही देना चाहिए।
उन्होने कहा कि यह रजा एकेडमी की अहम मांग है औ वह इस मांग को दोहराती रहेगी। रज़ा एकेडमी मुंबई पुलिस के उन सैनिकों को भी सलाम करती है जिन्होंने अपनी मातृभूमि और मुंबई शहर के लोगों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी।
मीडिया प्रतिनिधियों के सवालों का जवाब देते हुए अल्हज मुहम्मद सईद नूरी कहा “हम मुंबई पुलिस के उन सैनिकों को कभी नहीं भूलेंगे जिन्होंने हम सभी की जान बचाने के लिए अपनी जान दे दी।