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हजरत शेख अब्दुल कादिर जीलानी का पैगाम दीन व दुनिया में कामयाबी की जमानत है, शेख मोहम्मद लाल शाह कादरी

आगरा (डीवीएनए ) ,मदरसा वाले पीर एजुकेशन एकेडमी की जानिब से जश्न ए गौसे आजम मिढ़ाकुर स्थित खानकाह ए शफीकी सद्भावना आश्रम पर किया गया।
जश्न ए गौसे आज़म में किछौछा शरीफ से सरकार गौसे आज़म के वंशज हजरत सैयद मोहम्मद नय्यर अशरफी साहब” महफिल में जलवा नुमा रहे।
दरगाह नबी करीम के गद्दीनशीन शेख मोहम्मद लाल शाह कादरी ने कहा कि हजरत शेख अब्दुल कादिर जीलानी अलैहिर्रहमां (गौस-ए-पाक) की पूरी जिंदगी करामात से कम नहीं है। अल्लाह और उसके रसूल-ए-पाक के बताए रास्ते पर चलने की फिक्र, लोगों के साथ सलीके सेे पेश आना, सभी का ख्याल रखना, शरीयत की पाबंदी यही आपकी जिंदगी का मकसद रहा। आपने अमानतदारी, वादा पूरा करना, झूठ से बचने, दूसरें के हुकूक का ख्याल, मां-बाप की खिदमत, उस्ताद की फरमाबरदारी का पैगाम दिया। आपका पैगाम दीन व दुनिया में कामयाबी की जमानत है।
शेख मोहम्मद आमिर कादरी शफ़ीक़ अशरफी ने कहा कि हजरत शेख अब्दुल कादिर की करामात से पूरी दुनिया वाकिफ है। शेख ने एक पल में बारह साल पहले डूबी हुई कश्ती को बारातियों के साथ ज़िन्दा निकाला। जिनके मकान में एक चोर चोरी की नियत से आया तो वक़्त का वली बन गया। जिन्होंने एक हज़ार साल पुरानी क़ब्र को अल्लाह के हुक्म से ठोकर मार कर मुर्दे को ज़िन्दा कर दिया।
महफ़िल में खास तौर पर शेख मोहम्मद सलमान कादरी अशरफी,सूफी शाकिर क़ादरी अशरफी शफ़ीक़ी व इंतजामिया कमेटी के लोग मोजूद रहे।