लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय में मंगलवार को कांग्रेस विधानमंडल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने केन्द्र सरकार से कई प्रश्न किये। उन्होंने कहा कि कोरोना से मरने वालों का सही आंकड़ा न बताने और आपदा कानून के अधिकार के तहत मुआवजा न दिये जाने के कारण कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में कोविड न्याय अभियान चला रही है, जिसके अर्न्तगत वीडियो श्रृंखला के माध्यम से देशव्यापी आन्दोलन चलाते हुए लगातार इस मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगा जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी से देश के करोड़ों लोग प्रभावित हुए और लाखों को जान गंवानी पड़ी। यह मोदी सरकार की लापरवाही का नतीजा है जो उसने कोरोना काल में दिखायी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में लगभग साढ़े तीन करोड़ लोग कोविड से प्रभावित हुए हैं और 4 लाख 69 हजार लोग अभी तक जान गंवा चुके हैं। आगे कहा कि यही नहीं सरकार के हिसाब से उत्तर प्रदेश में अब तक 17 लाख से ज्यादा लोग कोविड से प्रभावित हो चुके हैं। और लगभग 23 हजार लोग अब तक जान गंवा चुके हैं। उ
न्होंने सरकार द्वारा दिये गये आकड़ों पर सवाल उठाया तथा उसकी विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि यह सरकारी आंकड़े हैं। गैर सरकारी अनुमानों के मुताबिक ये आंकड़े पांच गुना से भी ज्यादा हैं। कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता ने कहा कि कोविड से देश और प्रदेश की अधिकांश आबादी प्रभावित हुई। कोई ऐसा व्यक्ति नहीं मिलता जिसका प्रियजन कोविड का शिकार न हुआ हो। लोगों ने इलाज में अपनी जमा पूँजी लुटा दी। तमाम घरों में कमाने वाला न रहा। व्यवसाय भी बुरी तरह प्रभावित हुआ। आम आदमी से लेकर व्यापारी वर्ग तक कर्ज में डूब गये। ऐसे में सरकार को मदद करनी चाहिए थी, जो उसने नहीं की। सरकारी अस्पतालों का बुरा हाल हमने देखा। लोग एक-एक आक्सीजन सिलेंडर के लिए तड़पते रहे। गंगा जीवनदायिनी कही जाती हैं, पर योगी सरकार ने उन्हें शववाहिनी बन गयीं। श्मशान में 24 घंटे लाशें जलने का दृश्य हम भूल नहीं सकते।
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