गोरखपुर-DVNA। लिटरेरी सोसायटी एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ-भारत गोरखपुर इकाई द्वारा संयुक्त तत्वावधान में गोरखपुर शहर के सुप्रसिद्ध चिकित्सक एवं साहित्य प्रेमी स्वर्गीय डॉक्टर रजनीकांत श्रीवास्तव नवाब की दूसरी जयंती के अवसर पर उन्हें याद करके श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन महानगर कार्यालय राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ-भारत तुर्कमानपुर गोरखपुर में आयोजित हुआ। जहां पर गोरखपुर शहर के युवा साहित्यकारों एवं कवियों और शायरों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
संबोधित करते हुए गोरखपुर लिटरेरी सोसायटी के संस्थापक एवं गोरखपुर शहर के सुप्रसिद्ध समाजसेवी व शायर व धारधाम अंम्बेस्डर ई.मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि डॉक्टर साहब की शख्सियत बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे साहित्य के प्रति उनका इस तरह का लगाव था कि जिसे कभी भी युवा पीढ़ी भूल नहीं सकती वह निरंतर युवाओं को प्रोत्साहन देने और आगे बढ़ाने और मंच प्रदान करने के लिए अग्रसर रहते थे।
राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ-भारत गोरखपुर इकाई के जिलाध्यक्ष (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ) सरदार जसपाल सिंह ने कहा कि आज डॉक्टर साहब हम लोगों के बीच नहीं हैं तो ऐसा लगता है कि कोई हमारा अभिभावक हमारे बीच नहीं है। सौहार्द शिरोमणि धरा धाम प्रमुख डॉक्टर सौरभ पांडेय ने कहा कि डॉक्टर साहब की शख्सियत सामाजिक सौहार्द बनाने में और हिंदी उर्दू भाषा को प्रोत्साहन देने में अहम योगदान था। प्रदेश कार्यकारी सदस्य हाजी जलालुद्दीन कादरी ने कहा कि डॉक्टर साहब से एक बार जो मिल लेता था वह उन से इस तरह प्रभावित होता था कि फिर कभी उनसे दूर हो ही नहीं सकता था। कार्यक्रम के संयोजक मोहम्मद आकिब अंसारी ने सभी को अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर मो० फैजानुल्लाह,आशीष रुंगटा, मु०अब्दुल्लाह(डब्लू), डॉ एहसान अहमद, वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर विनय श्रीवास्तव,राज शेख,आदि ने संबोधित किया।
इस अवसर पर मकसूद आलम, अयान खान,मुमशाद,मु०नूर आदि मौजूद रहे।
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