लखनऊः ग्राम्य विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह ‘मोती सिंह‘ ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से ग्रामीण उपभोक्ताओं के बिजली बिलों के भुगतान की व्यवस्था लागू की गई है। आजीविका मिशन के निरंतर प्रयास से वर्तमान में 15427 विद्युत् सखी का चयन प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतो में विद्युत् बिल कलेक्शन हेतु किया जा चुका है, जिसमे से अभी तक कुल प्रशिक्षित एवं क्रियाशील 5395 विद्युत् सखियों द्वारा 63.73 करोड़ रुपये का बिल कलेक्शन किया गया है और 91.73 लाख रुपये से अधिक की धनराशि कमीशन के रूप में प्राप्त की गयी है।
ग्राम्य विकास मंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान के सभागार में विद्युत सखी को थर्मल प्रिंटर एवं आनॅलाइन एप के लॉन्चिंग सम्बन्धी कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विद्युत सखी हेतु मोबाइल एप में उपभोक्ता की बिल डिटेल्स मेन्टेन की जाएगी तथा उपभोक्ता का बिल पेमेंट स्टेटस अपडेट रहेगा, साथ ही बैंक द्वारा विद्युत सखी की वर्चुअल आई.डी.विकसित की जाएगी। उन्होंने कहा कि बैंक द्वारा विद्युत सखी को एक रिचार्ज वालेट प्रदान किया जाएगा जिससे बैंक द्वारा सीधे विद्युत सखी के बचत खाते में कमीशन की राशि जमा की जाएगी। विद्युत सखी एप्प होने से विद्युत सखी के सम्पूर्ण लेन-देन का व्योरा उपलब्ध रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मातृशक्ति को मजबूती के साथ आर्थिक दृष्टि से मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टेक्नालॉजी और सरकार के प्रयासों से रोजगार के नये अवसर बन रहे हैं।
मोती सिंह ने उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक और आजीविका मिशन को इस नवाचार की सराहना की। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के अन्त्योदय और सबका साथ सबका विकास की प्रेरणा एवं माननीय मुख्यमंत्री जी, उत्तर प्रदेश के सतत मार्गदर्शन एवं कुशल नेतृत्व में प्रदेश के 75 जनपदों के 826 विकास खण्डों मिशन के अंतर्गत 59 लाख से अधिक ग्रामीण क्षेत्र के परिवार की महिलाओ को कुल 5.53 लाख स्वयं सहायता समूहों, 25321 ग्राम संगठनो एवं 1395 संकुल स्तरीय संघो से आच्छादित किया गया है। कुल 358404 स्वयं सहायता समूहों को रिवॉल्विंग फण्ड (537 करोड़ रुपये), 227166 स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक निवेश निधि ( 2474 करोड़ रुपये) के माध्यम से आच्छादित किया जा चुका है एवं 1.98 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को 1980 करोड़ रुपये का ऋण कम व्याज पर सुनिश्चित किया गया है।
ग्राम्य विकास मंत्री ने प्रीति को 02 करोड़ 22 लाख, क्षमा शर्मा को 1 करोड़ 83 लाख रूपये, अनीता को एक करोड़ 14 लाख, पूनम को एक करोड़ 12 लाख और जुली भारद्वाज को 82 लाख रूपये की धनराशि का बिल जमा करने के लिए 11-11 हजार रूपये के चेक वितरित किये।
राज्य मंत्री ग्राम्य विकास आनन्द स्वरूप शुक्ल ने कहा कि अंत्योदय के लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन दिन प्रतिदिन प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्र की दीदियो को संगठित करते हुए समावेशी विकास की दिशा में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने मिशन की दीदियों द्वारा बिजली बिल कलेक्शन, सखी द्वारा वित्तीय सेवाओ की ग्राम स्तर पर उपलब्धता, सामुदायिक शौचालय का प्रबंधन, ब्व्टप्क्-19 के दौरान जागरूकता एवं बचाव, दुग्ध उत्पादन एवं सतत कृषि आजीविका गतिबिधियो में किये गए कार्यो की प्रसंशा करते हुए मिशन स्टाफ एवं समूह की दीदियांे को माननीय मुख्यमंत्रीजी के सपनो को साकार करने की दिशा में किये गए प्रयासों की सराहना की।
अपर मुख्य सचिव, मनोज कुमार सिंह ने कहा कि एक ग्राम पंचायत, एक बीसी सखी के अंतर्गत प्रदेश की सभी 58187 ग्राम पंचायतो में अभी तक 36071 बीसी सखी का प्रशिक्षण एवं प्रमाणीकरण किया जा चुका है, जिसमंे से 17562 बीसी सखी द्वारा कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में बीसी सखी द्वारा 500 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि का आदान-प्रदान डिजिटल माध्यम से किया जा चुका है।
सिंह ने कहा कि विद्युत् सखी के माध्यम से प्रदेश में आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक नयी मिसाल कायम की है। उन्होंने आईसीआईसीआई बैंक के कंट्री डायरेक्टर एवं पॉवर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक की प्रसंशा करते हुए आशा व्यक्त की कि सभी विभाग मिशन की दीदियों के माध्यम से आर्थिक बृद्धि के साथ प्रदेश की खुशहाली के रास्ते पर परस्पर सहयोग से आगे बढ़ेगे।
उ0प्र0राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के निदेशक भानु चन्द्र गोस्वामी ने उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड के साथ अभिसरण के माध्यम से प्रदेश में पहली बार स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं बिजली सखी के रूप में मीटर रीडिंग लेने एवं बिजली बिल भी जमा करने में सभी की सराहना की। उन्होंने आजीविका मिशन द्वारा वितीय समावेशन एवं आजीविका संवर्धन गतिविधि में मिशन द्वारा किये जा रहे प्रयासों में 58000 बीसी सखी की पदस्थापना एवं उनकी द्वारा अर्जित उपलब्धि, प्रदेश के 202 विकास खंड में पुष्टाहार उत्पादन इकाई की स्थापना का कार्य आदि के समबन्ध में विस्तृत जानकारी को साझा किया।
मिशन निदेशक ने मिशन की प्रमुख घटकों में प्रगति एवं स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को डिजिटल नवाचारों से जोड़ने सम्बन्धित विस्तृत प्रगति रिपोर्ट साझा करते हुए बताया गया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से प्ब्प्ब्प् बैंक द्वारा विकसित विद्युत् सखी ऑनलाइन एप के शुभारम्भ के माध्यम से विद्युत् बिल कलेक्शन में आगामी दिवसों में तेजी से बृद्धि दर्ज की जाएगी। साथ ही प्रदेश की विद्युत् सखी डिजिटल भारत की परिकल्पना में योगदान प्रस्तुत करते हुए आगे बढ़ेगी।
इस अवसर पर कंट्री डायरेक्टर आईसीआईसीआई बैंक, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड, ग्राम्य विकास आयुक्त, प्रबंध निदेशक (न्च्च्ब्स्), प्ब्प्ब्प् बैंक के प्रतिनिधि, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के प्रदेश, जनपद एवं विकास खंड स्तरीय अधिकारी भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
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