लखनऊ/ सीतापुर। गरीबों के आवास का पैसा, बिजली का पैसा और अन्न का पैसा कहा जाता था। हमने शास्त्रों में पढ़ा है कि दीपावली के दिन लक्ष्मी घर आती है। लेकिन इन पापियों ने तो दीवारों में गरीबों का पैसा बंद करके रखा है। सपाइयों के यहां दीवारों में से नोटों की गड्डियां निकल रही हैं। तीन दिन से नोट गिने जा रहे हैं। समाजवादी बबुआ अब जनता के सामने अपना चेहरा नहीं दिखा पा रहे हैं। अब समझ में आया कि बुआ-बबुआ नोटबंदी का विरोध क्यों कर रहे थे। जनपद सीतापुर में 116 करोड़ रुपये की 83 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा-बसपा पर बड़ा हमला बोला।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा सरकार में सीतापुर के लिए पांच वर्ष में 18 हजार आवास मंजूर हुए थे। लेकिन हमारी सरकार ने साढ़े चार वर्ष के दौरान सीतापुर में दो लाख से ज्यादा आवास गरीबों को दिए हैं। सात लाख परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराया है। यह डबल इंजन सरकार का कमाल है। उन्होंने कहा कि पहले आवास गरीबों को नहीं मिल पाते थे, यह पैसा कहां जाता था, बिजली का पैसा कहां जाता था। हमने शास्त्रों में पढ़ा और किवदंतियों में सुना है कि दीपावली के दिन देवी लक्ष्मी आती हैं। लेकिन इन पापियों ने तो दीवालों में बंद करके रखा है। आपने देखा कि सपाईयों के यहां दीवालों में नोटों की गड्डियां निकल रही हैं। तीन दिन से अधिकारी नोट गिनते गिनते थक चुके हैं। यह वह लोग हैं कि जो गरीबों को योजना से वंचित करते थे, जो राशन गरीबों को मिलना चाहिए था वह यह हजम कर जाते थे। अब यही राशन गरीबों को दो वर्ष से लगातार दिया जा रहा है। अगर सपा सरकार में यह योजना आती तो चाचा-भतीजे में लूट मच गई होती और गरीब यह देखता रह जाता।
उन्होंने कहा कि 2017 से पहले बिजली नहीं मिलती थी अब मिल रही है और अब जाएगी भी नहीं। सपा को घेरे में लेते हुए उन्होंने कहा कि सपा सरकार में जब नियुक्ति निकलती तो महाभारत काल के मामा, चाचा, काका सभी निकल पड़ते थे वसूली के लिए। लेकिन हमारी सरकार ने बिना भ्रष्टाचार और बिना लेन-देन के नौजवानों को पांच लाख नौकरी देने का काम किया जा रहा है। अगर कहीं कोई भ्रष्टाचारी का पता चला तो उन्हे जेल भेजने का काम किया गया है।
उन्होंने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए बताया कि अब तो बबुआ को नई परेशानी हो गई है कि प्रदेश के नौजवानों को टैबलेट और स्मार्टफोन क्यों दिया जा रहा है। यह समाजवाद खानदान कैसे बर्दाश्त कर सकता है। क्योंकि इनके लिए परिवार ही प्रदेश है और हमारे लिए प्रदेश ही परिवार है। जब हम लोग 2017 में चुनाव प्रचार के लिए निकलते थे तो लोग कहते थे कि इस नरक से हम लोग कैसे बचेंगे। उन्होंने कहा कि क्या आज कोई बेटी को छेड़ने का दुस्साहस करेगा। उस दुशासन और दुर्योधन को मालूम होगा कि पहले महाभारत के लिए श्रीकृष्ण ने युद्ध किया था। लेकिन अब तो जिन बेटियों को मैंने पुलिस में भर्ती किया है वही महाभारत रचा देंगी। पहले रामभक्तों पर गोली मारी जाती थी। अब भव्य राममंदिर का निर्माण किया जा रहा है। काशी में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का निर्माण कराया जा चुका है। जन्माष्टमी का आयोजन रोका गया हमने इसे चालू कराने के साथ मथुरा-वृंदावन के तीर्थ को विकसित करने का काम शुरू कराया। सीतापुर की तरफ से कांवड़ यात्रा निकलती थी तो बुआ और बबुआ इस पर प्रतिबंध लगा देते थे। तब हमने कहा था कि केवल कांवड़ यात्रा को रोकोगे और अन्य जुलूस को निकालने दोगे यह नहीं चलेगा। 2017 के पहले किसान कर्ज में दबे हुए थे। हमारी सरकार ने गन्ना किसानों का साढ़े चार वर्ष में डेढ़ लाख करोड़ रुपये गन्ना का भुगतान करने क काम किया है। 14 वर्ष में अभी तक इतना भुगतान किसी सरकार ने नहीं किया।
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